Home Uncategorized भीलवाड़ा भट्टीकांड में बड़ा फैसला, घिनौने अपराध के लिए दोषी भाइयों को सजा-ए-मौत।

भीलवाड़ा भट्टीकांड में बड़ा फैसला, घिनौने अपराध के लिए दोषी भाइयों को सजा-ए-मौत।

by PP Singh
143 views
A+A-
Reset
भीलवाड़ा भट्टीकांड

भीलवाड़ा भट्टीकांड में बड़ा फैसला, घिनौने अपराध के लिए दोषी भाइयों को सजा-ए-मौत ।

भट्टी कांड ने भीलवाड़ा ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश को शर्मसार कर दिया था। इस भट्टी कांड के बाद हर किसी की जुबां पर बस एक ही बात थी। दरिंदों को सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए और हुआ भी वही। पिछले साल हुए इस हत्याकांड को कोर्ट ने बड़ा जुर्म मानते हुए दोषियों के खिलाफ बड़ा फैसला सुनाया है।

दोनों दरिंदों को मृत्युदंड

दरिंदगी की हदे पार कर देने वाली इस वारदात के दोषी दो सगे भाई थे। जिन्हे जिले की पोक्सो कोर्ट ने दोषी माना। कोर्ट ने दोनों भाई कालू और कान्हा कालबेलिया को सजा ए मौत का फरमान सुनाया है। कोर्ट ने इस अपराध को जघन्यतम अपराधों की श्रेणी में मानते हुए फांसी की सजा सुनाई है। कोर्ट ने पहले इस मामले में दोनों दोषियों की सजा पर फैसला सुरक्षित रखते हुए मामले में 7 आरोपियों को बरी कर दिया था। फिर उसके बाद बाकि दो आरोपियों को दोषी मानते हुए सजा का ऐलान किया।

banner

विधानसभा में मचा था बवाल

भट्टीकांड को लेकर पूरे प्रदेश में आक्रोश पीक पर था। भट्टीकांड की गूंज विधानसा में भी खूब गूंजी। विधानसभा में इस कांड के बाद पुलिस की कार्यशैली और कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े किए गए। साथ ही सभी विधानसभा सदस्यों ने इस हत्याकांड की भरसक निंदा की। वहीं तत्कालीन सरकार की तरफ से आश्वस्त किया गया था। कि मामला कोर्ट में है और दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्सा नहीं जाएगा।

क्या था भट्टीकांड ?

राजस्थान में भीलवाड़ा के कोटड़ी में दरिंदगी की इंतेहा देखने को मिली थी। 2 अगस्त 2023 को एक नाबालिग बालिका खेत पर बकरियां चराने गई थी। उसी दौरान वहां पर रह रहे दो युवक कालू और कान्हा कालबेलिया ने मासूम से गैंगरेप किया। उसके बाद मासूम के सिर पर लाठी से हमला किया। उस वक्त बच्ची बेहोश हो चुकी थी। पकड़े जाने के डर से दोनों दरिंदों ने बच्ची को घायल हालत में ही कोयले की भट्टी में डालकर जिंदा जला दिया था।

परिवार को कैसे चला पता

वारदात के वक्त मासूम के माता-पिता घर पर मौजूद नहीं थे। जब वो शाम को घर पर लौटे तो उन्हे अपनी बेटी घर पर नहीं मिली। इसके बाद परिजनों ने बच्ची को तलाशना शुरू किया। आसपास के लोगों ने भी खोजबीन की.. फिर रात के अंधेरे में भट्टी को जलता देख परिजनों को अनहोनी की आशंका हुई। तब परिजनों ने पूरे मामले की सूचना पुलिस को दी। शिकायत पर पुलिस मौके पर पहुंची और जलती भट्टी से मासूम का अधजला शव बरामद किया। पुलिस ने मामले में 9 लोगों को गिरफ्तार किया।

7 आरोपियों का क्या होगा ?

इस मामले में कोर्ट ने दो लोगों को दोषी करार दिया था। साथ ही 7 आरोपियों को बरी कर दिया था। जिसके बाद पोक्सो कोर्ट के वकील ने कहा कि सातों बरी आरोपियों के खिलाफ हाईकोर्ट में अपील करेंगे और इस मामले में शामिल बाकि लोगों को भी सजा दिलवाएंगे।

banner

श्राप है या वरदान.. क्या राज़ है… जो अंधेरे में भी चमकता है ये जंगल!

हमें उम्मीद है कि आपको इस आर्टिकल से अच्छी जानकारी मिली होगी, इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर करें ताकि उन्हें भी अच्छी जानकारी मिल सके।

banner

You may also like

Add Comment

लोकल पत्रकार खबरों से कुछ अलग हटकर दिखाने की कोशिश है कुछ ऐसा जिसमें ना केवल खबर हो बल्कि कुछ ऐसा जिसमें आपके भी विचार हो हमारी कोशिश को सफल बनाने के लिए बने रहिए लोकल पत्रकार के साथ 🎤🎥

Edtior's Picks

Latest Articles

© Local Patrakar broadcast media . All Rights Reserved.