क्या AI है हमारे लिए खतरनाक? चीन के रोबोट किडनैपिंग Video की सच्चाई
- क्या AI है हमारे लिए खतरनाक ?
- रोबोट किडनैपिंग का खेल था प्री प्लांड
- किडनैप रोबोटिक कहानी की सच्चाई
- वायरल वीडियो की असलियत देखिए
- AI रोबोट ने नहीं किया था किडनैप
- AI रोबोट ने बाकी रोबोट को कंट्रोल किया
- ये एक्सपेरिमेंट था या फिर कुछ और?
ब्यूरो रिपोर्ट, लोकल पत्रकार। चीन में रोबोट्स का वायरल वीडियो तो आपने देखा होगा। कैसे एक छोटू सा AI रोबोट बाकी बड़े रोबोट से बात करते हुए उन्हे अपने साथ ले जाता है। लगभग सभी मीडिया प्लेटफॉर्म पर इस वीडियो को किडनैपिंग का नाम दिया गया। लेकिन हकीकत में ये कोई किडनैपिंग नहीं थी। बल्कि एक सोची समझी प्लानिंग थी। क्या थी सच्चाई हम आपको बताते हैं।
ये वीडियो जैसे ही सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। लोगों ने जमकर कमेंट किए। किसी ने इसे ओवरटाइम काम करने से जोड़ा तो। किसी ने कहा कि घोर कलयुग आने वाला है। इतना ही नहीं बहुत से लोगों ने अपनी सिक्योरिटी को लेकर चिंता भी जाहिर की। तो कुछ लोगों ने छोटा पैकेट बड़ा धमाल का नाम दिया। सोशल मीडिया के लगभग हर प्लेटफॉर्म पर ये वीडियो छाया हुआ था। ना सिर्फ सोशल मीडिया पर बल्कि इलेक्ट्रोनिक मीडिया से लेकर प्रिंट मीडिया में भी इस वीडियो की ख़बरे बनी। सभी जगहों पर किडनैपिंग की ख़बरे चल रही थी। एक स्माल रोबोट ने कैसे 12 बिग रोबोट का किडनैप कर लिया। ये सब सीसीटीवी में भी कैद हुआ। AI रोबोट बाकि बड़े रोबोट से पहले बात करता है और फिर अपने साथ उन्हे लेकर शोरूम से चला जाता है।
हम आपको इस वीडियो की सच्चाई बताते हैं। दरअसल ये वीडियो प्री प्लांड था। जिस छोटू से AI रोबोट की बात कर रहे हैं उसका नाम है एर्बाई । एर्बाई और बड़े रोबोट को बनाने वाली दोनों कंपनियों ने ये कन्फर्म किया है कि ये एक एक्सपेरिमेंट था। जिसमें AI रोबोट एर्बाई ने शानदार काम किया। एर्बाई ने बाकि सभी 12 रोबोट से आम इंसान की तरह पहले बात की और फिर उन्हे अपने साथ चलने के लिए कन्वींस किया। एर्बाई ने अपने से बड़े रोबोट के ऑपरेटिंग प्रोटोकॉल का एक्सेस लिया। फिर उन्हे अपने साथ चलने की कमांड दी। जिसके बाद सभी तैयार भी हो गए। ये वाकई में इन दोनों कंपनी के लिए भी किसी बड़े सरप्राइज से कम नहीं था।
बेशक ये चाइनीज कंपनियों का एक प्री प्लांड एक्सपेरिमेंट था। लेकिन लोगों का सिक्योरिटी कंसर्न होना लाजमी है। क्योंकि एक AI रोबोट जब दूसरी टेक्नॉलिजी से बने रोबोट के ऑपरेटिंग सिस्टम में आसानी से एक्सेस कर सकता है। तो किसी इंसान के दिमाग को मेनुप्लेट करना क्या उसके लिए कोई बड़ा टास्क होगा। हालांकि इसमें भी कोई दौराय नहीं है कि AI ने जो इम्पॉसिबल था उसे पॉसिबल करके दिखाया है। लेकिन कुछ लोग इस टेक्नॉलिजी का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं। कभी भी किसी का क्लोन बना दिया जाता है। चेहरा किसी का और बॉडी पार्ट किसी और के लगाकर। लोग फोटो और वीडियो को वायरल कर रहे हैं। इतना ही नहीं कुछ लोग तो मॉर्फ करके फेक वीडियो तक बना रहे हैं। मशीनों के साथ इंसान का फ्यूचर कैसा होगा। ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा। लेकिन इस वायरल वीडियो ने लोगों को सोचने पर जरूर मजबूर किया है कि कहीं आने वाले दिनों में ये टेक्नॉलिजी इंसानियत के लिए आफत ना बन जाए।
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