गीता

भगवान पर विश्वास रखने से मनुष्य क्या कुछ पा सकता है

‘सर्वधर्मान्परित्यज्य मामेकं शरणं व्रज। अहं त्वां सर्वपापेभ्यो मोक्षयिष्यामि मा शुचः।’ भगवान पर विश्वास रखने से मनुष्य क्या कुछ पा सकता है, आज उसकी बानगी एक कहानी के जरिये जानेंगे। एक…

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