Rajasthan News: जोधपुर एम्स का छात्र बना था डमी कैंडिडेट, शक के दायरे में परीक्षा केंद्र
देशभर से काबिल डॉक्टर्स चुनने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर NEET की परीक्षा आयोजित की जाती है, लेकिन हाल ही इसमें भी धांधली हुई। NEET के एग्जाम में डमी छात्र बैठा था। इस छात्र का नाम हुक्माराम है, जिसने बिहार के रहने वाले राज पांडे से चार लाख मिलने के वादे पर डमी कैंडिडेट बनना मंजूर किया। हालांकि हुक्माराम बायोमेट्रिक्स जाँच में पकड़ा गया। हुक्माराम उसके बाद से ही फरार है। जोधपुर एम्स का छात्र हुक्माराम उसके बाद कॉलेज भी नहीं आया है। बिहार पुलिस ने अपने लेवल पर हुक्माराम पर केस दर्ज किया है और उसकी तलाश कर रही है।
आपको बता दें कि हुक्माराम मुजफ्फरपुर के मालीघाट स्थित डीएवी सेंटर पर परीक्षा देने पहुंचा था। वो राज पांडे का डमी कैंडिडेट बना था। बायोमेट्रिक्स जाँच में हुक्माराम पकड़ा गया और उसने सेंटर पर कबूल किया कि वो डमी कैंडिडेट है।
हैरानी की बात ये है कि सेंटर की तरफ से हुक्माराम के खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं करवाया गया। इसके बाद से हुक्माराम फरार है। बिहार पुलिस को जब मामला पता चला तो उन्होंने अपने लेवल पर मामला दर्ज कर, डमी कैंडिडेट की तलाश शुरू की।
शक के दायरे में परीक्षा केंद्र
मिली जानकारी के अनुसार डमी कैंडिडेट ने लिखित में कबूल किया था कि उसने राज पांडे नाम के शख्स की जगह परीक्षा दी है। वो कोटा में पांडे से मिला था और उसने हुक्माराम को नीट परीक्षा में उसकी जगह बैठने के चार लाख रुपए देने की बात कही थी। डील फाइनल होने के बाद हुक्माराम के फोटो राज ने एग्जाम फॉर्म पर चिपका दिये, लेकिन बायोमेट्रिक्स जाँच में हुक्माराम नहीं बच पाया। सेंटर पर जब हुक्माराम पकड़ा गया, तो उस पर कार्रवाई नहीं की गई और बाहर इंतज़ार करने को बोला गया। यहां से हुक्माराम भाग गया। उधर, पुलिस जब सेंटर पहुंची, तो ना हुक्माराम वहां मिला और ना ही उसका लिखा कबूलनामा ही पुलिस को सौंपा गया। इसके बाद से सेंटर भी शक के दायरे में है।
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