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राजस्थान में Bullet Train! सांभर में तैयार किया जा रहा है ट्रायल ट्रैक
भारत में 2026 तक पहली बुलेट ट्रेन चलने की उम्मीद जताई जा रही है। अहमदाबाद से मुंबई तक चलने वली बुलेट ट्रेन के लिए हाई स्पीड रेल कॉरिडोर बनाया जा रहा है। जिस पर बुलेट ट्रेन दौड़ेगी। लेकिन इसके लिए पहले बुलेट ट्रेन को ट्रायल ट्रैक पर चला जाएगा। इसके लिए जयपुर के पास दुनिया में खारे पानी की झील और नमक के लिए फेमस साम्भर झील में ट्रैक बिछाया जा रहा है। साल्ट लेक एरिया में 50 किलोमीटर क्षेत्र में ट्रायल ट्रैक तैयार किया जा रहा है। जिसमें NWR काम कर रहा है। सांभर साल्ट एरिया में बनाये जाने वाला बुलेट ट्रेन के लिए यह ट्रायल ट्रैक ज़रूरत पड़ने पर पड़ोसी अन्य देशों को भी दिया जाएगा, ताकि वो भी यहाँ आकर अपनी बुलेट ट्रेन का ट्रायल कर सकें।
दो फेज में होगा पूरा ट्रायल ट्रैक
सांभरसाल्ट एरिया में बनाये जाने वाला बुलेट ट्रेन के लिए ट्रायल ट्रैक 2 फेज में पूरा होगा। रेलवे टेस्ट ट्रैक का निर्माण कार्य करीब 819.90 करोड़ रुपए की लागत से पूरा होगा। ट्रैक का काम सितंबर तक पूरा हो जाएगा। सितंबर में ही यहां पहला ट्रायल हो सकता है। दूसरे फेज में रेलवे कोच के लिए वर्कशॉप, टेस्टिंग के लिए प्रयोगशाला और आवास बनेंगे। ट्रायल के लिए रेलवे की RDSO यानी रिसोर्स डिजाइन स्टैंडर्ड ऑर्गेनाइजेशन की टीम ट्रायल की मॉनिटरिंग करेगी। रेलवे की यही टीम कोच, बोगी, इंजन की फिटनेस की जांच भी करती है। रेलवे कोई भी कोच, इंजन को ट्रैक पर उतारने से पहले हर पैमाने पर चेक करती है कि तय स्पीड से ज्यादा वाइब्रेशन तो नहीं होगा..।
गूगल मैप से निकला अंग्रेजों का बनाया रेलवे ट्रैक
आजादी से पहले जयपुर से जोधपुर के बीच ट्रेन का यही रूट हुआ करता था। इस ट्रैक के जरिए अंग्रेज नमक का व्यापार करते थे। आजादी के बाद 70 के दशक में रेलवे ने जोधपुर के लिए अलग रूट बना दिया था। वहीं, पुराना ट्रैक पिछले 50 सालों में जमीन में दब गया था। अधिकांश हिस्सों पर अतिक्रमण हो गया था। इसके लिए जोधपुर मंडल से पुराना रूट चार्ट निकलवाया गया। DGPS यानी डिफरेंशियल ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम से सैटेलाइट सर्वे करवाया गया। जब जमीन मिल गई तो अवैध नमक की क्यारियां हटवा कर खुदाई की गई, तब रेलवे के पुराने ट्रैक आदि निकले थे। इस पर रेलवे की टीम ने सैटेलाइट से ही मार्किंग की और काम शुरू किया। हालांकि, ट्रैक के लिए रेलवे को करीब 8 गांवों से कुछ जमीन भी लेनी पड़ी।
पहले ट्रेन मुंबई से अहमदाबाद के लिए दौड़ेगी तो दूसरी राजस्थान से
देश की पहली ट्रेन गुजरात के अहमदाबाद से महाराष्ट्र के लिए दौड़ेगी। इस ट्रेन की रफ्तार 320 किलोमीटर प्रति घंटा होगा। बुलेट ट्रेन से अहमदाबाद से मुंबई के बीच का सफर 2 घंटे 7 मिनट में पूरा हो जाएगा। अभी इन दो शहरों के बीच बस से सफर करने पर 9 घंटे और ट्रेन से 6 घंटे का समय लगता है।
वहीं देश की दूसरी बुलेट ट्रेन राजस्थान में चलाई जा सकती है। भविष्य में राजस्थान में बुलेट ट्रेन चलाने को लेकर सर्वे भी हो चुका है। दिल्ली से अहमदाबाद तक चलने वाली इस ट्रेन के 9 स्टेशन राजस्थान में होंगे। 875 किलोमीटर लंबे ट्रैक में से करीब 657 किलोमीटर का ट्रैक 7 जिलों अलवर, जयपुर, अजमेर, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, उदयपुर और डूंगरपुर से गुजरेगा। इससे पर्यटकों को भी फायदा होगा।
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