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जयपुरवासियों के लिए बड़ी सौगात-हीरापुरा बस टर्मिनल
जयपुरवासियों के लिए नया बस टर्मिनल किसी हीरे से कम नहीं है। अजमेर रोड पर स्थित हीरापुरा में बनने जा रहे बस टर्मिनल से शहर के लोगों को ट्रैफिक और पॉल्यूशन से बड़ी निजात मिलेगी। कयास लगाए जा रहे हैं कि 1 सितंबर से हीरापुरा बस टर्मिनल शुरू हो जाएगा। इतना ही नहीं जयपुर की चारों दिशाओं में बस स्टैंड का जाल बिछाया जाएगा। इतना ही नहीं कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए मेट्रों का भी विस्तार किया जाएगा। ताकि लोगों को बस स्टैंड तक पहुंचने के लिए परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा।
CM भजनलाल ने दिए दिशा-निर्देश
हालही में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने शहर के विकास कार्यों का औचक निरीक्षण किया। शहर के अलग-अलग इलाकों में सीएम ने हालातों का जायजा लिया। अपने औचक निरीक्षण के दौरान सीएम सबसे पहले हीरापुरा बस टर्मिनल पहुंचे। इस दौरान सीएम ने अधिकारियों को यात्रियों की सुविधाओं के लिए जरूरी दिशा निर्देश भी दिए। सीएम ने पेयजल की उचित व्यवस्था से लेकर बैठने के लिए छायादार स्थान, सफाई व्यवस्था समेत जरूरी बातों को सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए।
रोडवेज के साथ प्राइवेट बसें भी चलेंगी
हीरापुरा बस टर्मिनल प्रदेश का पहला ऐसा बस स्टैंड होगा। जहां से एयरपोर्ट की तर्ज पर बसें संचालित होंगी। यानी राजस्थान रोडवेज की सरकारी बस हो या फिर निजी बस संचालकों की प्राइवेट बसें, सभी एक साथ संचालित होंगी। बस स्टैंड का संचालन राजस्थान राज्य बस अड्डा विकास प्राधिकरण शुरू करने जा रहा है। प्राधिकरण ने बस संचालन को लेकर प्रस्ताव तैयार कर लिया है और इन प्रस्तावों पर जल्द ही डिप्टी सीएम डॉ. प्रेमचंद बैरवा की मुहर लगने वाली है। बस स्टैंड से शुरुआत में रोडवेज की अजमेर आने-जाने वाली एक चौथाई बसें संचालित होंगी। वहीं सभी तरह की स्टेज कैरिज की निजी बसें और लोक परिवहन बसें भी यहीं से संचालित होंगी।
बस टर्मिनल के संचालन का फॉर्मेट ?
हीरापुरा बस टर्मिनल 46 हजार वर्गमीटर जमीन में तैयार हो रहा है। इस बस टर्मिनल पर एकसाथ करीब 3 हजार बसों की पार्किंग हो सकेगी। बस अड्डा विकास प्राधिकरण बस स्टैंड से बसें चलाने के लिए प्रति बस फीस निर्धारित करेगा। जानकारों की माने तो पार्किंग में कॉन्ट्रैक्ट कैरिज की करीब 250 बसें पार्क हो सकेंगी। प्रति बस 24 घंटे के लिए 200 रुपए पार्किंग शुल्क रहेगा। रोड साइड पार्किंग पर बस का चालान काटा जाएगा। अजमेर रूट की रोडवेज की 25 प्रतिशत बसें पायलट प्रोजेक्ट के रूप में चलेंगी। ये बसें सिंधी कैम्प से चलेंगी और कुछ देर के लिए हीरापुरा में इनका ठहराव होगा। शहर के अन्य रूटों से हीरापुरा बस स्टैंड तक पहुंचने के लिए रूटों पर वाहन चलाए जाएंगे। इन रूटों पर लो फ्लोर बसें, टैम्पो, मैजिक या मिनी बसें संचालित की जाएंगी।
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