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मर्दों का प्रदेश.. लव अफेयर के कारण सुसाइड…ब्राह्मण से आगे बनिया, जैन… जानें कब- कब बिगड़े शांति धारीवाल के बोल…
राजस्थान के पूर्व मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शांति धारीवाल अक्सर विवादों में रहते हैं। अब विधानसभा में एक बार फिर आसन पर बैठे संदीप शर्मा को गाली देकर शांति धारीवाल विवादों में पड़ गए हैं । दरअसल, शुक्रवार को राजस्थान विधानसभा के सत्र के दौरान शांति धारीवाल अपनी बात रखना चाह रहे थे, लेकिन सदन के आसन पर बैठे कोटा के ही विधायक संदीप शर्मा ने उन्हें टोका तो धारीवाल ने उन्हें ही टोकते हुए अपशब्द कह डाले, लेकिन यह पहला मामला नहीं है जब शांति धारीवाल ने विवादित बयान दिया हो। धारीवाल और उनके विवादित बयान का सिलसिला काफी पुराना है। आइये जानते हैं कब कब बिगड़े शांति धरीवाल के बोल..
बढ़ते महिला अपराध के लिए कहा मर्दों का प्रदेश –
2022 में जब कांग्रेस की सरकार थी। विधानसभा में ही मंत्री रहते हुए शांति धारीवाल को प्रदेश में हो रहे महिला अत्याचारों पर जवाब देना था। तब ही उन्होंने सवाल का जवाब देते हुए कहा था कि महिला अपराध में राजस्थान अव्वल है… क्योंकि राजस्थान मर्दों का प्रदेश है। जिसके बाद शांति धारीवाल को भाजपा सहित अन्य विपक्षी पार्टियों ने जमकर घेरा। विधानसभा चुनाव तक धारीवाल का यह बयान विपक्षी पार्टियों के लिए हथियार बना रहा।
2023 में आया.. लव अफेयर और सुसाइड –
शांति धारीवाल कोटा उत्तर से कांग्रेस के विधायक हैं। इससे पहले कांग्रेस की सरकार में धारीवाल कई बार मंत्री बनाए जा चुके हैं। कोटा एजुकेशन सिटी के नाम से पूरे देश में मशहूर है। और कोटा ही वह जगह है जहां पर स्टूडेंट के सबसे ज्यादा सुसाइड करने के मामले सामने आते हैं। ऐसे में एक सवाल का जवाब देते हुए 2023 में शांति धारीवाल ने कहा था कि लव अफेयर्स के कारण युवा सुसाइड कर रहे हैं। इस बयान को लेकर भी शांति धारीवाल काफी चर्चाओं में रहे और भाजपा के साथ अन्य विपक्षी पार्टियों ने इसको विधानसभा चुनाव में मुद्दा भी बनाया।
2021 में की थी ब्राह्मणों पर टिप्पणी
कांग्रेस की अशोक गहलोत सरकार में यूडीएच मिनिस्टर रहते हुए शांति धारीवाल का एक और वीडियो वायरल हुआ था। जिसमें वह ब्राह्मण पर टिप्पणी करते हुए नजर आए।
दरअसल अलवर में जैन समाज के कार्य्रकम में समाज के लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने ब्राह्मण समाज पर विवादित बयान दिया था। अपने बयान के दौरान धारीवाल ने कोटा के कोचिंग इंस्टिट्यूट के रिजल्ट की जाति के आधार पर तुलना की। कार्यक्रम में ब्राह्मण समाज पर टिप्पणी करते हुए कहा कि बुद्धि का ठेका ब्राह्मणों ने ले रखा है। मैं उन ब्राह्मणों से कहता हूं कि यार तुमने अगर बुद्धि का ठेका ले रखा है तो मेरे यहां कोटा के कोचिंग इंस्टिट्यूट हैं। वो देशभर में प्रसिद्ध हैं। उनका जो रिजल्ट आता है उनमें 100 में से 70 आदमी बनिया कैसे आता है। तुम लोग कैसे पीछे रह जाते हो। उसका जवाब नहीं है उनके पास। आप उठाके देख लेना रिजल्ट में या तो मित्तल मिलेगा या जैन मिलेगा या अग्रवाल मिलेगा।
धारीवाल ने यह भी कहा था कि राजस्थान सचिवालय में भी पहले आपको बनिया ही बैठा हुआ मिलता था। सचिवालय में लगी नेम प्लेट में ज्यादातर वैश्य समाज के अधिकारी और कर्मचारी होते थे, लेकिन आज स्थित बदल गई है। आज हम देखते हैं कि दूसरी जाति के लोग नेम प्लेट लगाकर बैठे रहते हैं। उन पर टिप्पणी नहीं करना चाहता।
धारीवाल पर हो सकती कार्रवाई –
विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने इस पूरे मामले पर कहा है कि सदन के साथ बैठक करके पूरा वीडियो देखकर अपना निर्णय लेंगे। उन्होंने कहा कि शांति धारीवाल पूर्व मंत्री हैं और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हैं। ऐसे में उनके द्वारा कोई भी आपत्तिजनक बयान दुखद है। ऐसे में उन पर कार्रवाई सदन के सदस्यों के साथ सलाह मशवरा करके की जाएगी।
यह था पूरा मामला –
राजस्थान विधानसभा में यूडीएच की अनुदान मांगों पर बहस के दौरान बोलते हुए शांति धारीवाल ने बार-बार गालियों का इस्तेमाल किया। यहां तक की सभापति संदीप शर्मा की टोका-टोकी पर उन्हें भी गाली दे दी।
कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक और पूर्व यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने सदन में यूडीएच की मांग पर बोलते हुए सभापति को ही गाली दे दी। सभापति संदीप शर्मा ने उन्हें टोका तो धारीवाल बोले, तुम तो कोटा के हो, कोटा में रहना है या नहीं रहना है। बता दें कि जब सभापति संदीप शर्मा ने धारीवाल को बात खत्म करने को कहा तो वहां भी उन्होंने अपशब्द का इस्तेमाल कर दिया।
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