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दुनिया का सबसे बड़ा घेवर, वजन सुनकर रह जाएंगे दंग
राजस्थान के नाम एक और नया कीर्तिमान लिखा गया है। वो है दुनिया का सबसे बड़ा घेवर। जयपुर नगर निगम ग्रेटर ने ये रिकॉर्ड बनाया है। हरियाली तीज महोत्सव में इस घेवर को तैयार किया गया। दरअसल जयपुर में तीज महोत्सव 2024 का आयोजन किया गया था। उसी दौरान ये विश्व कीर्तिमान भी रचा गया। इस दौरान नगर निगम ग्रेटर की मेयर सौम्या गुर्जर भी मौजूद रहीं। तीज महोत्सव कार्यक्रम में सैंकड़ों महिलाओं ने हिस्सा लिया।
1 हजार किलो घी में हुआ तैयार
दुनिया के सबसे बड़े घेवर को बनाने में 5 दिनों का वक्त लगा। 455 किलो वजन वाले इस घेवर को 20 कारीगरों ने मिलकर बनाया। 10 इंच लंबे और करीब सवा 7 फीट चौड़े इस घेवर को बनाने में कारीगरों के पसीने छूट गए। जिसे बनाने के लिए 5 बार कोशिश की गई। तब कहीं जाकर पांचवी कोशिश में ये बनकर तैयार हुआ। इस घेवर को बनाने में 1 हजार किलो घी का इस्तेमाल किया गया। साथ ही 800 किलो वजनी कढ़ाई में उसे बनाया गया। इस घी को बनाने में 1 हजार लीटर घी, 105 किलो मैदा, 125 किलो पनीर, 125 किलो दूध समेत कई चीजों का इस्तेमाल किया गया। तीज महोत्सव में निगम महिलाओं का मुँह मीठा घेवर से किया गया। इस वर्ल्ड रिकॉर्ड की गवाह खुद मेयर सौम्या गुर्जर समेत तमाम निगम के अधिकारी रहे।
गुलाबी शहर में गुलाबी लहरिया थीम
जयपुर नगर निगम ग्रेटर की ओर से मुहाना मंडी रोड स्थित मैरिज गार्डन में हरियाली तीज महोत्सव मनाया गया। ग्रेटर महापौर सौम्या गुर्जर ने आयोजन को सफल बनाने के लिए खास तैयारियां की थी। वर्ल्ड का सबसे बड़ा घेवर बनाना भी इस कार्यक्रम का हिस्सा था। यह कार्यक्रम गुलाबी शहर के गुलाबी लहरिया थीम पर आयोजित किया गया। द्वीप प्रज्जवलन के साथ इस कार्यक्रम की शुरुआत की गई। उसके बाद कई रंगारंग कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। तीज का झूला, घेवर, तीज की सवारी और पूजन, घूमर के साथ साथ तीज के महत्व को मौजूद महिलाओं को बताया गया।
क्यों मनाते हैं तीज का त्योहार ?
तीज का त्योहार पूरे राजस्थान में बड़े धूमधाम के साथ मनाया जाता है। महिलाएं लहरिया साड़ी पहनकर इस त्योहार के दिन सजती संवरती है। महिलाएं माता पार्वती और भगवान शिव की पूजा करती है। साथ ही घेवर का भोग लगाते हुए अपने पति की लंबी उम्र की भी कामना करती है। यही वजह है कि राजस्थान में सुहागिनों के लिए ये बड़ा त्योहार माना जाता है। इस त्योहार को भगवान शिव और माता पार्वती के मिलन के तौर पर मनाया जाता है। इसलिए मीठा खाकर और खिलाकर ही इस त्योहारा को मनाया जाता है। इसी दिन निगम ग्रेटर ने विश्व का सबसे बड़ा घेवर बनाकर नया कीर्तिमान अपने नाम किया है।
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