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NEET पर संसद में ‘इमरजेंसी’, बीजेपी का आरोप-परंपरा पर ‘चोट’!
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बेशक NDA सरकार बनाने में कामयाब हुई। NEET और भर्ती जैसे मुद्दों को लेकर सदन में इस बार पक्ष बैकफुट पर नजर आ रहा है। पेपरलीक की गूंज सड़क से संसद तक सुनाई देने लगी। चाहे लोकसभा हो या फिर राज्यसभा दोनों सदनों में नीट पेपरलीक का मामला जमकर गूंजा। लोकसभा में राहुल गांधी ने नीट का मुद्दा उठाया। तो वहीं राज्यसभा में मल्लिकार्जुन खरगे समेत तमाम कांग्रेसी नेताओं ने नीट के मुद्दे पर जमकर बवाल काटा।
पेपर लीक पर सदन में सियासत !
दोनों सदनों में दिनभर नीट पेपर लीक का मुद्दा गूंजा। पेपर लीक के खुलासे के बाद से ही सत्ता पक्ष लगातार विपक्ष के निशाने पर है। दरअसल, संसदीय परंपरा के मुताबिक राष्ट्रपति के अभिभाषण के बाद उसपर चर्चा की जाती है। लेकिन विपक्ष ऐसा ना करके NEET पेपर लीक के मुद्दे पर अलग से चर्चा की डिमांड कर रहा है। लोकसभा और राज्यसभा दोनों ही जगहों पर जमकर नारेबाजी हुई। जिसके बाद दोनों ही हाउस को 1 जुलाई तक के लिए स्थगित करना पड़ा।
NEET का मुद्दा, विपक्ष को दिखा मौका!
2024 चुनाव के नतीजों से हाशिए पर पड़े विपक्ष को नीट के मुद्दे से बड़ी संजीवनी मिली है। सत्र शुरू होने से पहले NEET पेपर लीक ने सत्ता पक्ष को घेरने का मौका भी दे दिया है। 234 सांसदों वाले I.N.D.I.A गठबंधन के तेवर तीखे हैं। ऐसा लग रहा है जैसे NEET पेपर लीक मुद्दे पर विपक्ष लीड लेने की पूरी तैयारी कर चुका है। हंगामे के बीच दोनों हाउस की कार्यवाही 1 जुलाई तक स्थगित हो गई।
विपक्ष का बाउंसर, बैकफुट पर पक्ष!
दोनों ही सदनों में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा होनी थी। लेकिन कांग्रेस के तीन सांसद कार्यस्थगन का प्रस्ताव लेकर आए। विपक्ष राष्ट्रपति के अभिभाषण को छोड़ NEET पेपर लीक के मुद्दे पर चर्चा के लिए अड़ा था। सत्ता पक्ष को घेरने के लिए विपक्ष ने पहले ही सत्र में इसे अपना हथियार बना लिया है। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने विपक्षी दलों की अगुवाई करते हुए मोर्चा संभाला। और छात्रों के हक की बात करते हुए NEET पेपर लीक के मुद्दे पर चर्चा की गुजारिश की।
पक्ष-विपक्ष में NEET पर आर-पार
NEET पेपर लीक के मामले पर चर्चा की मांग करते हुए विपक्ष के सांसद वेल में इकट्ठा होकर नारेबाजी करने लगे। जिसके बाद लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने विपक्षी सांसदों के रवैये पर सवाल उठाया। जो लोकसभा में हुआ ऐसी ही कुछ राज्यसभा में भी देखने को मिला। मल्लिकार्जुन खरगे के साथ विपक्ष के सांसद यहां भी वेल में आकर प्रदर्शन करने लगे। जिसपर राज्यसभा के सभापति भड़क गए और इसे भारतीय संसदीय लोकतंत्र के इतिहास पर लगा धब्बा बताया। चाहे जेपी नड्डा हो या फिर किरेन रिजिजू, पक्ष के नेताओं ने विपक्ष पर सदन की गरिमा को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया।
शिक्षामंत्री धर्मेंद्र प्रधान की सफाई
NEET पेपर लीक मामले पर दिन भर हुए हंगामे के बाद केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान का बयान भी आया। धर्मेंद्र प्रधान ने साफ शब्दों में कहा कि हम सदन में चर्चा के लिए तैयार हैं। हम नीट के मुद्दे पर चर्चा से भाग नहीं रहे। और रही बात पेपरलीक के दोषियों पर कार्रवाई की तो उन्हे कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी। दोषियों को किसी भी कीमत पर नहीं बख्शा जाएगा। जांच रिपोर्ट के आधार पर एक्शन लिया जाएगा।
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