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अवैध बजरी खनन को लेकर घिरी सरकार, पूर्व मंत्री खिलाड़ी लाल बैरवा ने भी छोड़ा भाजपा का साथ

by PP Singh
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अवैध बजरी खनन को लेकर घिरी सरकार, पूर्व मंत्री खिलाड़ी लाल बैरवा ने भी छोड़ा भाजपा का साथ

विधानसभा में सोमवार को शंकर मेघवाल की मौत के बाद परिजनों को मुआवजा देने, बिजली कटौती, अवैध बज़री खनन और प्रदेश में कांवड़ियों को लेकर पुलिस की ओर से की जा रही कार्रवाई को लेकर विपक्ष ने सरकार को घेरा। ध्यान आकर्षण के दौरान नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने सरकार का ध्यान इन मामलों की ओर आकर्षित किया। साथ ही नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने सरकार के मंत्रियों की ओर से कोई उचित जवाब नहीं देने का भी आरोप लगाया। विपक्ष ने वेल में जाकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया।

उधर, कांग्रेस के दिग्गज नेता और कांग्रेस की सरकार में मंत्री रहे खिलाड़ी लाल बैरवा ने विधानसभा चुनाव से पूर्व भाजपा का दामन थाम लिया था, लेकिन अब उन्होंने भाजपा को छोड़ने का एलान कर दिया है। हालांकि उन्होंने किसी भी पार्टी में शामिल होने की बात नहीं कही है। उधर, खिलाड़ी लाल बैरवा के भाजपा से इस्तीफा दिये जाने के बाद टीका राम जूली ने भी अपना बयान दिया। टीकाराम जूली ने कहा कि शायद उनको भाजपा की कार्यशैली और उनकी क्या कथनी और करनी है, इसका पता चल गया होगा।

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मेघवाल को नहीं मिला मुआवजा

नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने बताया कि 4 दिन गुजर जाने के बाद भी शिक्षक शंकर मेघवाल को न्याय नहीं मिला। परिवार को सरकार की तरफ से मदद नहीं मिली। कोई आश्वासन तक भी नहीं मिला। इसको लेकर विपक्ष में काफी चिंता है। खासतौर से हमारे विपक्ष के नेताओं ने सरकार का ध्यान आकर्षण किया, लेकिन सरकार गूंगी बहरी बनी हो चुकी है। उनका इस ओर ध्यान नहीं है। टीकाराम जूली ने कहा कि जब तक सरकार परिवार की उचित व्यवस्था नहीं करती, उचित मुआवजा नहीं देती, उस परिवार को न्याय नहीं मिलता है.. तब तक गतिरोध जारी रहेगा।

बजरी माफिया और बिजली कटौती से जनता परेशान

विधानसभा में ध्यान आकर्षण के दौरान कांग्रेस के कई नेताओं ने अवैध बिजली, बजरी खनन और बिजली कटौती को लेकर भी सरकार का ध्यान आकर्षित किया। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने बज़री माफिया के खिलाफ आवाज उठाई। जूली ने कहा कि इस पर सरकार की ओर से कोई जवाब नहीं आया है। पिछले 8 महीनों में कई दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। जिसमें लोगों की जान जा चुकी है। पुलिसकर्मियों की भी मौत हुई है, लेकिन अवैध बजरी खनन पर कारवाई नहीं हो रही, क्योंकि इसके धंधे से सरकार को सवा सौ करोड़ रुपए मिलते हैं और 8000 करोड़ रुपए की जनता की जेब कटती है।

पानी की जगह जनता का खून निकाल रही सरकार

वहीं प्रदेश में की जा रही बिजली कटौती को लेकर भी नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि बिजली कटौती से पहले राजस्थान की जनता का पसीना ही निकल रहा था, लेकिन भारतीय जनता पार्टी ने तय कर लिया कि वो जनता का खून ही निकालेंगे। सरकार पहले फ्यूल सरचार्ज, फिर 2 महीने में फ्लैट चार्ज लागू कर रही है। प्रदेश की जनता के साथ धोखा किया जा रहा है और अलग-अलग तरीके से जनता को लूटने का प्लान बीजेपी की सरकार बना रही है।

कांवड़ियों पर बल प्रयोग दुर्भाग्यपूर्ण

झुंझुनू और सांभर में कांवड़ियों पर पुलिस द्वारा हुई मारपीट का भी विपक्ष ने जमकर विरोध किया। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सावन का दूसरा सोमवार है। कांवड़ियों पर जो हुआ है, पूरा देश और दुनिया देख रही है। जनता भोले बाबा को नमन कर रही है, जल चढ़ाती है और जो हमारे श्रद्धालु हैं जो जल लेकर आ रहे हैं, उन पर बलप्रयोग किया जा रहा है। ऐसी घटनाएं सांभर के अंदर आई है, जिसमें पुलिस द्वारा कावड़ियों को पीटा गया है। झुंझुनू के अंदर भी कावड़ियों को पीटने की घटना सामने आई है। एकमात्र कांस्टेबल पर कार्रवाई की है। प्रदेश में कानून का इकबाल खत्म हो चुका है।

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