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चीन में राजस्थान के व्यापारी की किडनैप के बाद हत्या, भारत ले जाएगा शव
वर्तमान समय में भारत के सबसे बड़े प्रतिद्वंद्वी चीन में एक भारतीय व्यापारी को पहले किडनैप किया गया और उसके बाद उसकी निर्मम हत्या कर दी गई। राजस्थान के जालोर जिले के भीनमाल निवासी एक बिजनेसमैन सतीश कुमार माली की चीन में हत्या हो गई है। भीनमाल के पास भीम जी का बेरा निवासी सतीश मोबाइल का बिजनेस करता था। व्यापार के सिलसिले में सतीश चीन जाता रहता था। दो महीने पहले 14 अप्रैल को भी सतीश चीन गया था। चीन के गैंझोउ शहर में वो अपने व्यापार संबंधित आइटम खरीदने गया था। व्यापार के सिलसिले में ही कुछ दिन वहीं रुका रहा। बाद में चीन के गैंझोउ शहर में ही कुछ बदमाशों ने सतीश कुमार का अपहरण कर लिया। बुधवार को अपहरणकर्ताओं ने सतीश की हत्या कर दी है।
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अपहरण के बाद सतीश ने ही की थी घरवालों से बात
चीन में किडनैप करने के बाद बदमाशों ने खुद सतीश को फोन देकर अपने घर वालों से बात करने के लिए कहा। सतीश कुमार ने 21 जून को अपने परिवार वालों के पास कॉल किया। और अपने किडनैप होने की जानकारी दी। फोन पर सतीश ने घरवालों को बताया कि किडनैपर पैसा मांग रहे हैं। इसके बाद सतीश का मोबाइल बंद हो गया। आखिरी बार मंगलवार 25 जून को फिर से थोड़ी बात हुई और उसके बाद फिर से संपर्क टूट गया। 26 जून को सतीश के परिवार वालों के पास एंबेसी से कॉल आया कि एक डेड बॉडी मिली है। यह सतीश की हो सकती है।
सांसद ने विदेश मंत्री को लिखा पत्र
इस घटना के बाद जालौर सांसद लुंबाराम चौधरी ने विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर को पत्र लिखा। इस पत्र में सांसद लुंबाराम चौधरी ने घटना के बारे में पूरी जानकारी दी। साथ ही उन्होंने विदेश मंत्री से आग्रह किया कि सतीश के शव को जल्द से जल्द भारत लाए जाने में मदद करें। चीन स्थित भारतीय दूतावास से संपर्क करके शव को भारत लाया जाए ताकि परिवार के लोग हिंदू धर्म के रीति- रिवाज के तहत अंतिम संस्कार कर सकें।
फिरौती देने का भी नही किया इंतज़ार
सतीश के पिता नरसा राम माली का कहना है कि 21 जून को कॉल करके बेटे ने अपहरण की सूचना दी और किडनैपर द्वारा फिरौती मांगे जाने की बात कही। उसके बाद ज्यादा बात नहीं हुई। नरसा राम का कहना है कि अपहरणकर्ताओं ने सतीश के पास जो रुपए थे, वो छीन लिए। 21 जून से लेकर 25 जून तक वह अपहरणकर्ताओं के ही कब्जे में था। इस दौरान अपहरणकर्ताओं ने सतीश को खूब टॉर्चर करते हुए यातनाएं दी होंगी। सतीश के पिता ने बताया कि सतीश मोबाइल के कारोबार से घर चला रहा था।
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