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Rajasthan News: मासूम के लिए मजदूर बने वर्दी वाले, किडनैपिंग की वजह ने सबकों चौंकाया।
27 मई को राजधानी में किडनैपिंग की एक ऐसी वारदात हुई। जिसने सबको चौंका दिया। पुलिस के भी हाथ पांव फुला दिए। ये कोई हाईप्रोफाइल मामला नहीं था। बावजूद इसके पुलिस ने वो कारनामा कर दिखाया। जिसके लिए वो जानी जाती है। पुलिस ने महज 72 घंटे में केस को सॉल्व कर दिखाया। पुलिस ने अपना सारा खुफिया तंत्र लगा दिया। पुलिस को डर था कि मासूम और उसके माता-पिता के साथ कोई अनहोनी ना हो जाए। फिर क्या था पुलिस ने आरोपियों तक पहुंचने के लिए 500 से भी ज्यादा सीसीटीवी खंगाले। अपने खबरियों से जानकारी जुटाई। साइबर सेल से लेकर टेक्निकल सेल तक की टीमों ने दिन रात मेहनत की। तब कहीं जाकर आरोपियों को दबोच पाई।
9 महीने के मासूम का अपहरण
जयपुर के एयरपोर्ट थाना इलाके से 9 महीने के मासूम का अचानक से अपहरण हो गया। पुलिया के नीचे खेल रहे बच्चों में से एक मासूम अचानक से गायब हो गया। जब मासूम के परिजनों को पता चला। तो उनके होश फाख्ता हो गए। परिजनों इस बाबत पुलिस को तुरंत सूचना दी। परिजन समझ नहीं पा रहे थे कि आखिरकार 9 महीने का बच्चा कैसे गायब हो सकता है। पुलिस भी हैरान थी कि 9 महीने के बच्चे का अपहरण किसने किया होगा। क्योंकि ना तो ये कोई हाईप्रोफाइल मामला था। ना ही परिजनों की किसी से दुश्मनी थी।
मासूम के लिए मजदूर बने वर्दीवाले
पुलिस के लिए इस वारदाता का खुलासा करना कोई आसान बात नहीं थी। पुलिस ने एक बाद एक कड़ी से कड़ी जोड़ी। अपराधियों तक पहुंचने के लिए पुलिस ने एक बस्ती से कई बस्तियों में मजदूर बनकर छानबीन की। पुलिस की टेक्निकल और साइबर टीम ने कई मोबाइल नंबरों को खंगाला। जब पुलिस बस्ती में मजदूर बनकर कर रहने लगी तो। उनको कई सुराग मिले। जिसके बाद पुलिस आरोपियों तक पहुंच पाई।
बेटे की लालच में किया अपहरण
वारदात का खुलासा करते हुए डीसीपी ईस्ट कावेंद्र सिंह सागर ने बताया कि तूंगा थाना क्षेत्र के रहने वाले रमेश कुमार पिनारा और पायल ने बेटे की चाह में मासूम का अपहरण किया। आरोपी रमेश की पायल से दूसरी शादी हुई थी और पहली पत्नी से आरोपी को चार बेटियां हुई। पहली पत्नी से तलाक होने के बाद रमेश ने पायल से दूसरी शादी की और पायल से शादी करने के 7 साल बाद भी जब कोई संतान नहीं हुई। तब उसने पायल के साथ मिलकर अपहरण की वारदात को अंजाम दिया। पूरी प्लानिंग के तहत आरोपी दंपति ने तीन से चार दिन टोंक रोड स्थित निर्माणाधीन पुलिया के आसपास के क्षेत्र की रेकी की और पीड़ित दंपति से बातचीत कर उनके करीब आए। आरोपी दंपति ने पीड़ित दंपति से नजदीकियां बढ़ाते हुए उनके बारे में तमाम जानकारी हासिल की। साथ ही आरोपी दंपति ने अपने बारे में किसी भी तरह की कोई जानकारी पीड़ित दंपति को नहीं दी और मौका मिलते ही पीड़ित दंपति के 9 माह के मासूम का अपहरण कर लिया।
दिल्ली भागने की फिराक में थे आरोपी
9 माह के मासूम का अपहरण करने के बाद आरोपी दंपति मासूम को बाइक पर बैठा मालवीय नगर और परकोटे के रास्ते होते हुए घाट की गुनी टनल क्रॉस कर दौसा निकल गए। साथ ही पुलिस से बचने के लिए आरोपी ने बाइक पर नंबर प्लेट भी फर्जी लगा रखी थी। आरोपी दंपति ने दौसा में एक कमरा किराए से लिया और 9 माह के मासूम और अपनी पत्नी पायल को उस कमरे में छोड़कर आरोपी वापस तूंगा लौट आया। आरोपी दंपति मासूम को लेकर दिल्ली शिफ्ट होने की प्लानिंग कर रहे थे लेकिन इससे पहले ही पुलिस उन तक पहुंच गई और उनके मंसूबे पर पानी फिर गया। फिलहाल पुलिस गिरफ्त में आए आरोपी दंपती से पूछताछ में जुटी है।
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