एसडीएम सुनीता मीणा ने बताया कि प्रशासन गांव में अतिक्रमण हटाने गया था। इस दौरान लोगों ने विरोध किया तो आपस में कहासुनी हो गई। इस बात को तूल नहीं दिया जाए। वहीं दूसरे पक्ष का कहना है कि प्रशासन जिसे अतिक्रमण बताकर कार्रवाई करने पहुंचा है, वह खातेदारी जमीन है।
हालांकि चर्चा यह भी है कि एसडीएम सुनीता मीणा इस मामले को लेकर मंत्री डॉक्टर किरोड़ीलाल मीणा के पास मिलने पहुंची थी। जहां किरोड़ी लाल मीणा ने उनकी ना सुनकर अपने आवास से डांटकर तुरंत रावना कर दिया।
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