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आसन को उंगली दिखाने पर कांग्रेस विधायक मुकेश भाकर को किया गया था निलंबित
विधानसभा में सोमवार को दिनभर हंगामा चला। आसन को उंगली दिखाने पर विधायक मुकेश भाकर को सदन की कार्यवाही से निलंबित कर दिया गया, लेकिन सदन से बाहर जाने का आदेश नहीं माननेे पर मुकेश भाकर को सभापति ने मार्शल बुलाकर बाहर निकालने के आदेश दिये। इसके चलते मार्शल और कांग्रेस विधायकों के बीच धक्का- मुक्की हुई। इस धक्का- मुक्की में महिला विधायक अनीता जाटव की चूड़ियां टूट गईं, तो वहीं वरिष्ठ विधायक हरिमोहन शर्मा जमीन पर गिर गए। इस घटनाक्रम के बाद सदन को मंगलवार 11:00 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया, लेकिन कांग्रेस विधायकों ने रातभर सदन के अंदर ही डेरा डाले रखा। वहीं बाहर यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने विधानसभा अध्यक्ष के घर पर प्रदर्शन करने की चेतावनी दी, जिसके बाद सिविल लाइंस पुलिस की छावनी बन गया।
महिला विधायकों ने बनाया था भाकर के लिए सुरक्षा घेरा
दरअसल, मार्शल के सदन में प्रवेश करते ही कांग्रेस विधायकों ने भाकर के चारों तरफ सुरक्षा घेरा बना लिया था। इस दौरान घेरा तोड़ने के लिए मार्शल को काफी जद्दोजहद करनी पड़ी। महिला विधायक भी मोर्चा संभालते हुए महिला मार्शल से भिड़ गईं। काफी देर मार्शल और विधायकों के बीच एक दो बार हाथापाई की नौबत भी आई। महिला विधायकों ने मार्शल पर बदसलूकी के आरोप भी लगाए। इसी दौरान विधायक अनीता जाटव की चूड़ियां टूट गईं।
फिर रातभर सदन में दिया धरना
नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि सरकार के सामने संवैधानिक संकट है। सरकार ने पीपी और एपीपी की नियुक्ति सीआरपीसी के तहत की है और भारतीय न्याय संहिता लागू होने के बाद यह नियुक्तियां शून्य हो जाती हैं। हमने आसन से यह मांग की थी कि इस पर सरकार को जवाब देना चाहिए। सरकार इस पर कोई जवाब नहीं देना चाहती। मुकेश भाकर का निलंबन निंदनीय है। इसको लेकर कांग्रेस विधायकों ने रात भर सदन में धरना दिया।
सिविल लाइंस बनी पुलिस की छावनी
विधानसभा में कांग्रेस विधायकों के रात भर धरना देने के बाद उधर यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने विधानसभा अध्यक्ष के घर पर प्रदर्शन करने की चेतावनी दी। उसके बाद पूरी सिविल लाइंस पुलिस की छावनी बनी रही। रातभर पुलिस विधानसभा अध्यक्ष के आवास, सीएम आवास और राज्यपाल के आवास के बाहर गश्त देते नजर आए।
यूं चला निलंबन का घटनाक्रम
दरअसल एपीपी और पीपी की नियुक्तियों को लेकर चल रहे शोर-शराबे के बीच कांग्रेस विधायक मुकेश भाकर ने आसन की तरफ उंगली उठा थी, जिस पर विधानसभा स्पीकर वासुदेव देवनानी भड़क गए। स्पीकर ने कांग्रेस विधायक को चेतावनी देते हुए कहा कि ‘आसन से ऐसे बात करोगे, शर्म नहीं आती आपको, ऐसी कार्यवाही होगी कि सदन में प्रवेश नहीं कर पाओगे।’ इसके बाद देवनानी ने मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग को निलंबन का प्रस्ताव लेने के आदेश दिए। गर्ग ने कहा कि आसन की अवहेलना हो रही है, आसन को धमकाया जा रहा है।
मैं प्रस्ताव करता हूं कि कांग्रेस विधायक मुकेश भाकर को सत्र की शेष कार्यवाही से निकाला जाए। उसके बाद स्पीकर देवनानी ने भाकर को सत्र की शेष कार्यवाही से निलंबित करने के आदेश दिए और सदन की कार्यवाही आधे घंटे के लिए स्थित कर दी, लेकिन भाकर सदन में ही बैठे रहे। उसके बाद जब दोबारा कार्यवाही शुरू हुई तो सभापति संदीप शर्मा ने सदन की कार्यवाही आधे घंटे के लिए स्थगित कर दी। इसके बाद फिर सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो सभापति संदीप शर्मा ने विधायकों के अनुभव और नवाचारों को लेकर नाम पुकारा। साथ ही मुकेश भाकर को सदन से बाहर जाने के लिए कहा। सभापति ने कहा कि ‘आसन ने जो आदेश दिए हैं, उसकी पालना करो। सदन से बाहर जाइए।’ लेकिन मुकेश भाकर महिला विधायकों के बीच ही सदन में बैठे रहे। इस पर सभापति संदीप शर्मा ने मार्शल को सदन में आने के आदेश दे दिए। इसके बाद कांग्रेस विधायक और मार्शल के बीच ज़बरदस्त भिड़ंत हो गई। धक्का-मुक्की के बीच ही सदन की कार्यवाही मंगलवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
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