Rajasthan Loksabha:
राजस्थान में लोकसभा का चुनाव बेशक़ दो चरणों में सिमट गया है, पर राजनैतिक गालियारों में सियासी खींचतान अभी जारी है। प्रदेश के मारुधरा में गर्मी अपने परवान पर है, लेकिन युवाओं की आवाज़ रविंद्र सिंह भाटी की वजह से यहाँ का पारा अभी से हाई है। दरअसल,जोधपुर की जय नारायण व्यास यूनिवर्सिटी से छात्रसंघ चुनाव में अध्यक्ष पद पर चुनाव लड़ने के दौरान और चुनाव जीतने के बाद रविंद्र सिंह भाटी ने सोशल मीडिया पर जमकर हाईक मिली। उसके तुरंत बाद भाटी ने बाड़मेर की शिव विधानसभा से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में ताल ठोक दी और जीतने के बाद रातों रात फिर से सुर्ख़ियों में आ गए। अब रविंद्र भाटी एक बार फिर सोशल मीडिया की खबरें में फिर से अव्वल नंबर पर हैं, लेकिन इस बार पब्लिसिटी पॉजिटव नहीं, बल्कि युवाओं का भरोसा जीतने वाले रविंद्र सिंह भाटी पर कई सवाल उठाने वाली मिली है।
बाड़मेर लोकसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार रविंद्र सिंह भाटी पर देश विरोधी लोगों के साथ लंदन में मुलाकात करने के आरोप लगे हैं। विरोधियों ने सोशल मीडिया पर भाटी की फरवरी में हुई यूके यात्रा की पोस्ट को शेयर करते हुए उन्हें निशाने पर लिया है। इस पोस्ट में भाटी एक प्रोफेसर से मिले थे, जिन्होंने कश्मीर को लेकर भारत विरोधी प्रदर्शनों में हिस्सा लिया था।
यही नहीं बताया ये भी जा रहा है कि रविंद्रा सिंह भाटी का चुनावी खर्चा भी आप्रत्यक्ष रुप् से कांग्रेस ने उठाया है। फरवरी में जिस दौरान रविंद्र भाटी यूके में गये हुए थे, उसी समय राहुल गांधी भी भारत न्याय यात्रा छोड़कर यूके चले गये थे। इस दौरान रविंद्रा सिंह भाटी को कई ऐसे लोगों से मिलाया गया, जो विदेश में रहकर भारत विरोधी काम करते है। कश्मीर को भारत से अलग करने की आवाज़ उठाते हैं , तो कुछ लोग भारत की गरीबी की तस्वीर विदेशियों को दिखाकर उनसे पैसे लुटते हैं। ऐसे ही लोगों से मुलाक़ात करने और उनके फंड से चुनावी चंदा लाने सहित रविंद्र सिंह भाटी कई आरोप लगाने के साथ सोशल मीडिया पर फोटो वायरल हो रही हैं। हालाकि इस पर रविंद्र सिंह भाटी ने इस पर कहा है कि आज से पहले बीजेपी समर्थन मांग रही थी, तब मैं उनका अपना था, लेकिन अब निर्दलीय चुनाव लड़ने आया, तो उन्होंने मुझे देशद्रोही का टैग दे दिया। रविंद्र सिंह भाटी ने बाड़मेर में एक सभा में कहा भी था कि अगर आरोप साबित कर दें तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा।
वहीं दूसरी ओर बीजेपी के तमाम बड़े नेता रविंद्र सिंह भाटी को कांग्रेस की टीम भी बता रही है। तो वहीं कुछ कांग्रेसी अपने ही दिग्गज नेता और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर आरोप लगाते हुए रविंद्र सिंह भाटी को उनका आदमी बता रही है।
रविंद्र सिंह भाटी किसकी पार्टी बनकर सांसद के चुनाव में खड़े हुए थे ये तो वक़्त बता ही देगा। लेकिन विदेश में जाकर भारत विरोधी लोगों से मिलना और सोशल मीडिया पर फोटो वायरल होना… रविंद्र सिंह भाटी की लोकप्रियता पर कालिख लगा सकता है।