राजस्थान में Sarpanch Chunav को लेकर आया बड़ा अपडेट, जल्द खत्म होगा कार्यकाल! अब आगे क्या होगा?
राजस्थान में पंचायतीराज संस्थाओं के चुनावों को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। राज्य निर्वाचन आयोग ने इन चुनावों की तैयारियों को तेज कर दिया है। चुनावों को लेकर जारी गतिविधियों से ग्रामीण क्षेत्रों में चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है।
चुनाव की तैयारी में जुटा निर्वाचन आयोग
Rajasthan Sarpanch Election 2025 की प्रक्रिया के तहत राज्य निर्वाचन आयोग ने मतदान केंद्रों की स्थापना और निर्वाचक नामावलियों को तैयार करने के निर्देश जारी किए हैं। यह आदेश मुख्य निर्वाचन अधिकारी नलिनी कठोतिया ने सभी जिला कलेक्टरों को भेजा है।
मतदान केंद्रों और नामावलियों पर काम शुरू
आयोग ने पंचायतीराज संस्थाओं के आम चुनाव 2025 के लिए निर्वाचन प्रक्रिया तेज कर दी है। मतदान केंद्रों की स्थापना और मतदाता सूचियों के पुनरीक्षण को लेकर प्रगणकों की नियुक्ति की प्रक्रिया जल्द शुरू होगी। आयोग ने विधानसभा क्षेत्रों की अद्यतन मतदाता सूचियों को पंचायत वार्डों में विभाजित कर नई मतदाता सूची तैयार करने के निर्देश दिए हैं।
गांवों में सुगबुगाहट शुरू
चुनाव की तैयारियों के बीच गांवों में इस बात की चर्चा है कि क्या यह चुनाव पूर्व की तरह होंगे या वन स्टेट वन इलेक्शन (एक राष्ट्र, एक चुनाव) के तहत सभी चुनाव एक साथ होंगे। गौरतलब है कि पंचायतीराज संस्थाओं का कार्यकाल अगले साल अलग-अलग महीनों में पूरा हो जाएगा।
- कुछ संस्थाओं का कार्यकाल जनवरी, मार्च, सितंबर, और अक्टूबर 2025 में समाप्त हो रहा है।
- जनवरी में जिन ग्राम पंचायतों का कार्यकाल समाप्त होगा, वहां प्रशासक नियुक्त किए जाएंगे।
- जिला परिषद और पंचायत समितियों का कार्यकाल दिसंबर 2025 में पूरा होगा।
निर्वाचक नामावलियों का पुनरीक्षण कार्यक्रम जल्द
राज्य निर्वाचन आयोग शीघ्र ही निर्वाचक नामावलियों के पुनरीक्षण का कार्यक्रम जारी करेगा। इसके तहत पंचायत वार्डवार मतदाता सूची तैयार की जाएगी। यह सूची ई-सूची पोर्टल पर अपलोड की जाएगी और उसके बाद प्रत्येक वार्ड में मतदाताओं का भौतिक सत्यापन किया जाएगा।
प्रगणकों की नियुक्ति के नियम
चुनाव प्रक्रिया में प्रगणकों की नियुक्ति एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। आयोग ने प्रगणकों की नियुक्ति के लिए निम्नलिखित दिशानिर्देश जारी किए हैं:
- हर तीन या चार वार्डों के 1100 मतदाताओं पर एक प्रगणक नियुक्त किया जाएगा।
- प्रगणकों के रूप में BLO (बूथ लेवल अधिकारी) को प्राथमिकता दी जाएगी।
- संबंधित पंचायत के कार्मिकों को उसी वार्ड में नियुक्त किया जाएगा।
- प्रगणकों का किसी राजनीतिक दल से कोई संबंध नहीं होना चाहिए।
- यह कार्य 7 दिनों के भीतर पूरा करना होगा।
सरपंचों की मांग
कई सरपंच प्रशासक नियुक्त न करने की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि पंचायतों का कार्य सुचारू रूप से चलाने के लिए प्रशासकों की आवश्यकता नहीं है।
चुनावों से संबंधित आंकड़े
राजस्थान की 11 पंचायत समितियों में कुल 297 पंचायतें शामिल हैं। इनमें प्रमुख पंचायत समितियां और उनकी पंचायतों की संख्या इस प्रकार है:
- दूदू: 18 पंचायत
- मौजमाबाद: 21 पंचायत
- फागी: 20 पंचायत
- माधोराजपुरा: 19 पंचायत
- कोटपूतली: 38 पंचायत
- किशनगढ़-रेनवाल: 24 पंचायत
- जोबनेर: 22 पंचायत
- चाकसू: 24 पंचायत
- बस्सी: 30 पंचायत
- आंधी: 26 पंचायत
- जमवारामगढ़: 35 पंचायत
- सांभर: 21 पंचायत
चुनाव सॉफ्टवेयर और तकनीकी बदलाव
चुनाव प्रक्रिया में तकनीकी सॉफ्टवेयर का उपयोग किया जाएगा, जो पंचायत वार्डवार मतदाता सूची को विभाजित करेगा। प्रपत्र में डाटा भरने के बाद, यह सूची ई-सूची पर अपलोड की जाएगी।
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