Health Care: दिल की अनदेखी पड़ सकती है भारी! कार्डियक अरेस्ट का कोई अलार्म नहीं देता – जानिए कैसे बचें!
ब्यूरो रिपोर्ट, लोकल पत्रकार। किसी ने सही कहा है कि दिल का मामला बड़ा संगीन होता है। फिर चाहे वो किसी और के दिल से जुड़ा मामला हो या फिर खुद के दिल का। दुनिया में साल दर साल हार्ट अटैक के मामलों में लगातार इजाफा हो रहा है। लोगों किसी ना किसी हार्ट डिजीज से अपनी जान गंवा रहे हैं। वर्ल्ड हार्ट फेडरेशन के मुताबिक दुनिया में हार्ट से जुड़ी बीमारियों से 2 करोड़ से ज्यादा लोगों की मौत हो जाती है। इतना ही नहीं WHO यानि की विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी माना है कि दुनिया में सबसे ज्यादा मौत के पीछे हार्ट अटैक और स्ट्रोक ही है। ऐसा नहीं है कि हार्ट अटैक की बीमारियां केवल आम इंसान को ही होती है। बल्कि कई नेता, सेलिब्रिटीज, डॉक्टर, जिम ट्रेनर भी इस बीमारी की चपेट में आ चुके हैं। 2024 में जाने माने एक्टर ऋतुराज, विकास सेठी और एक्ट्रेस कविता चौधरी की कार्डियक अरेस्ट से मौत हो गई थी। इतना ही नहीं अब तो क्या बूढ़े, क्या जवान और बच्चे भी इस बीमारी की जद में आ चुके हैं।
साल 2025 में गुजरात में एक 8 साल की मासूम बच्ची की हार्ट अटैक से मौत हो गई। इसी साल कानपुर में मरीजों को देखते देखते महिला डॉक्टर की भी ऐसे ही मौत हुई। जयपुर में करीब 4 महीने पहले एक महिला डॉक्टर को ऑपरेशन थिएटर में अटैक आ गया था। मध्यप्रदेश में तो घोड़ी पर सवार दूल्हे को अचानक से अटैक आ गया। गाजियाबाद में जिम में ट्रेडमिल पर चलता युवक अचानक से गिरकर बेहोश हो गया और फिर मौत हो गई। ना जाने ऐसे कितने मामले हैं। एक स्टोरी में कवर करना भी मुश्किल है। डॉक्टर्स के मुताबिक अचानक से हुई इन मौतों का कारण कार्डियक अरेस्ट है। जो हार्ट अटैक से भी ज्यादा खतरनाक है। डॉक्टर्स के मुताबिक 90 फीसदी केसेज में मरीज की जान ही चली जाती है। इनमें सबसे ज्यादा मामले कम उम्र से जुड़े लोगों के हैं।
एक्सपर्ट्स की माने तो कार्डियक अरेस्ट के कारण दिल अचानक से काम करना बंद कर देता है। इससे शरीर के अंगों में ब्लड की सप्लाई रूक जाती है। यहां तक की ब्रेन में ऑक्सीजन नहीं पहुंचने की वजह से इंसान की मौत हो जाती है। आपने देखा होगा कि कभी डांस करते हुए, कभी जिम में एक्सरसाइज करते हुए। तो कभी स्कूल-कॉलेज, ऑफिस जाते हुए अचानक इंसान बेहोश होता है और फिर उसकी मौत हो जाती है। आप सोच रहे होंगे कि आखिर ये कार्डियक अरेस्ट है क्या.. तो हम आपको बता दें कि कार्डियक अरेस्ट होने पर स्टार्टिंग में चेस्ट में तेज दर्द होता है। फिर हल्का पसीना भी आता है और कुछ ही मिनटों में ये कार्डियक अरेस्ट बन जाता है।
वैसे देखा जाए तो हार्ट अटैक के पीछे कई कारण है। जो आपकी लाइफ स्टाइल, आपके खानपान से जुड़े हैं। लेकिन कोरोनाकाल के बाद से हार्ट अटैक के लिए कोरोना वैक्सीन को सबसे ज्यादा जिम्मेदार माना गया। जबकि ये एक बड़ा मिथ है। ICMR-इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च खुद कह चुकी है कि हार्ट अटैक आने के पीछे वैक्सीन किसी भी सूरत में जिम्मेदार नहीं है। आईसीएमआर ने एक रिसर्च में पाया कि वैक्सीन को मौत और हार्ट अटैक के लिए जिम्मेदार नहीं माना जा सकता। लेकिन सोशल मीडिया के जमाने में झूठी अफवाह आग की तरह फैलती है। जिसे लोग सच मानकर अपने दिमाग में बैठा लेते हैं। WHO के मुताबिक पूरी दुनिया में करीब 125 करोड़ से ज्यादा लोगों को हाई ब्लड प्रेशर की समस्या है। हाई रिस्क ग्रुप, यानी ब्लड प्रेशर, डायबिटीज और हृदय रोग से जूझ रहे लोगों को हार्ट अटैक का सबसे ज्यादा खतरा रहता है। इसलिए 40 की उम्र के बाद हर साल या 2 साल में रूटीन चेकअप जरूर कराना चाहिए।
डॉक्टर्स की माने तो अनहेल्दी फूड भी हार्ट डिजीज के लिए बड़ा जिम्मेदार है। उसकी वजह से हमें हाई ब्लड प्रेशर, हार्ट अटैक, हार्ट फेल्योर और डिजीज के साथ साथ कई अन्य बीमारियां भी होने का खतरा बना रहता है। इसलिए हमें कुछ खास बातों का ध्यान रखना चाहिए। जो हमारी लाइफ स्टाइल के साथ साथ हमारे खानपान से भी जुड़ी हैं। हमें रोजाना एक्सरसाइज करनी चाहिए
कम से कम आधे घंटे वॉक करें
नमक का सेवन कम करें
शराब-सिगरेट का सेवन ना करें
तनाव कम करें
भरपूर नींद लें
वेट कंट्रोल करें
संतुलित आहार लें
जंक फूड से बचें
सीजनल फल-सब्जी खाने चाहिए।
लेकिन हम अक्सर इन चीजों को इग्नोर करते हुए अपने मन की तो आवाज सुनते हैं। लेकिन धड़कते इस दिन की आवाज को नहीं सुन पाते। जिसका हेल्दी रहना बहुत जरूरी है। क्योंकि आपकी जान… सिर्फ आपसे ही नहीं बल्कि आपके अपनों से भी जुड़ी है।
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