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मैं Narendra Damodardas Modi…हैट्रिक बनाकर रचा इतिहास, तीसरी बार बने प्रधानमंत्री।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर इतिहास रच दिया। देश-दुनिया में अपने बड़े फैसलों के लिए जाने जाने वाले नरेंद्र दामोदरदास मोदी ने प्रधानमंत्री पद की शपथ ली। जिसका गवाह राष्ट्रपति भवन और वहां मौजूद गणमान्य लोग बने। पीएम मोदी ने शपथ लेने से पहले मंच पर पहुंचते ही वहां मौजूद सभी लोगों को झुक कर प्रणाम किया। पीएम मोदी के शपथ लेते ही पूरा समारोह तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। नरेंद्र मोदी तीसरी बार शपथ लेने वाले भारत के दूसरे प्रधानमंत्री बन चुके हैं। उनसे पहले जवाहरलाल नेहरू ने तीन बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली थी।
मोदी समेत 72 मंत्रियों ने ली शपथ
पीएम मोदी के शपथ लेने के बाद राजनाथ सिंह, अमित शाह, नितिन गडकरी, जेपी नड्डा और शिवराज सिंह चौहान ने शपथ ली। नरेंद्र मोदी समेत कुल 72 मंत्रियों ने पद और गोपनीयता की शपथ ली। जिसमें 30 कैबिनेट मंत्री और 5 स्वतंत्र प्रभार मंत्री और 36 राज्य मंत्री शामिल थे। मंत्री पद की शपथ लेने वाले नेताओं में से 27 OBC, 10 SC, 5 ST और 5 अल्पसंख्यक नेता थे। 71 मंत्रियों में से 43 मंत्री ऐसे थे जो कई बार सांसद रह चुके हैं। जबकि 11 मंत्री NDA के घटक दलों से ताल्लुक रखते हैं।
मोदी की बतौर पीएम हैट्रिक
74 साल की उम्र में नरेंद्र मोदी ने 9 जून 2024 को प्रधानमंत्री पद की शपथ ली। इससे पहले 69 साल की उम्र में 30 मई 2019 को प्रधानमंत्री पद की शपथ ली थी। उससे पहले 26 मई 2014 को 64 साल की उम्र में नरेंद्र मोदी ने पहली बार पीएम पद की शपथ ली थी। ये वो साल था जब वो बतौर प्रधानमंत्री की कुर्सी पर पहली बार विराजमान हुए थे। इससे पहले नरेंद्र मोदी गुजरात के सीएम के तौर पर कार्यभार संभाल रहे थे। नरेंद्र मोदी ने साल 2001 से लेकर साल 2012 तक बतौर सीएम गुजरात की कमान संभाल रखी थी।
जेपी नड्डा की वापसी
अमित शाह, राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी को मंत्रिमंडल में फिर शामिल किया गया। कैबिनेट में जेपी नड्डा की भी वापसी हुई है। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष होने से पहले जेपी नड्डा स्वास्थ्य मंत्री का कार्यभार संभाल चुके हैं। 2014-2019 तक वो हेल्थ मिनिस्टर थे। इसके बाद ही जेपी नड्डा को बीजेपी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया गया था। जेपी नड्डा ने बतौर बीजेपी अध्यक्ष अपना लोहा मनवाया। चाहे लोकसभा चुनाव हो या फिर विधानसभा चुनाव जेपी नड्डा ने बीजेपी को हमेशा आगे बढ़ाने का काम किया। उनके कार्यकाल में बीजेपी ने वहां भी खाता खोला जहां से बीजेपी आजतक जीत नहीं पाई थी।
शिवराज सिंह चौहान-मनोहरलाल खट्टर
मोदी कैबिनेट में मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम और हरियाणा के पूर्व सीएम मनोहरलाल खट्टर को पहली बार शामिल किया गया। दोनों नेताओं को लेकर पहले ही अटकलों का बाजार गर्म था। लेकिन कैबिनेट में शामिल करके मोदी ने सभी के मुंह पर ताला जड़ दिया। माना जा रहा है कि दोनों ही नेताओं की संघ में अच्छी खासी पकड़ है। इतना ही नहीं शिवराज सिंह चौहान मध्यप्रदेश के मामा के तौर पर देशभर में विख्यात हैं। तो वहीं मनोहर लाल खट्टर साफ छवि वाले नेता रहे हैं। कयास लगाए जा रहे हैं पहली बार कैबिनेट में शामिल होने पर मोदी ने उन्हे कोई बड़ी जिम्मेदारी सौंप सकते हैं।
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