IncomeTax से मिडिल क्लास के लिए है बड़ा खतरा!
- जन्म से लेकर मृत्यु तक टैक्स चुकाता है इंसान!
- क्या देश में खत्म होना चाहिए इनकम टैक्स?
- टैक्स पेयर पर IT और GST है दोहरी मार!
- सुविधाओं के नाम पर भी वसूला जाता है टैक्स
- क्यों मीडिल क्लास को मजाक बनाकर रख दिया?
- टैक्स रिबेट के नाम पर थमा दिया जाता है लॉलीपॉप
ब्यूरो रिपोर्ट, लोकल पत्रकार। क्या होगा अगर देश में टैक्स खत्म हो जाएगा। क्या देश की इकॉनोमी ठप हो जाएगी। क्या देश में डवलेपमेंट रूक जाएगा। क्यों हर साल बार बार इनकम टैक्स को खत्म करने की मांग की जाती है। क्यों सरकारे मीडिल क्लास को राहत नहीं देती। आखिर कब तक मीडिल क्लास महंगाई और टैक्स के बोझ तले दबा रहेगा। ऐसे कई सवाल है जिनके जवाब सरकार के पास भी नहीं है।
देश में हर साल टैक्स को लेकर बड़ी-बड़ी बाते की जाती है.. बड़े-बड़े दावे किए जाते हैं। संसद में बजट पेश करने के दौरान जहां टेबल पीटी जाती है। तो वहीं बजट पेश होने के बाद टैक्सपेयर अपना माथा पीटते है। मीडिल क्लास तो मानों मंदिर का घंटा बन चुका है। जिसे साल दर साल सरकारें खूब बजाती है। लेकिन राहत के नाम पर सिर्फ लॉलीपॉप थमा दिया जाता है। ऐसा पिछले कई सालों से लगातार चला आ रहा है। चुनावों के दौरान सभी पार्टियां टैक्स को अपने घोषणा पत्र में तो शामिल करती हैं। लेकिन चुनाव जीतने के बाद टैक्सपेयर और मीडिल क्लास दोनों को भूल जाती है। आज देश का मीडिल क्लास क्यों इतना परेशान है। क्यों उसे उसका हक नहीं दिया जा रहा। देश में सबसे ज्यादा पीसने वाला वर्ग अगर कोई है तो वो है मीडिल क्लास। क्योंकि अमीर और अमीर होता जा रहा है तो गरीब… जैसा पहले था वो आज भी वैसा ही है।
अब जरा समझिए… आप टैक्स कहां-कहां और कब-कब देते हैं। इंसान के पैदा होने से लेकर मरने तक हमसे टैक्स वसूला जाता है। चाहे अस्पताल हो या अर्थी का सामान सब पर टैक्स देना होता है। महंगाई की मार झेल रही जनता को हर चीज पर टैक्स चुकाना पड़ रहा है। चाहे आप ऑफलाइन सामान लो या फिर ऑनलाइन। टैक्स तो आपको चुकाना ही पड़ेगा..अब तो खाने पीने पर भी टैक्स वसूला जाता है। क्या आपने कभी सोचा है कि आखिरकार हमारे टैक्स का पैसा जाता कहां हैं। तो हम आपको बताते हैं कहने को हमारे टैक्स का पैसा डवलेपमेंट के नाम पर खर्चा जाता है। सरकार जिस खजाने की बात करती है। वो खजाना आपकी हमारी जेब से भरा जाता है। सरकार दावा करती है कि उस खजाने को फिर जनता की भलाई के लिए खर्च किया जाता है। सरकार अगर किसी राज्य के लिए राहत पैकेज का ऐलान करती है वो भी हमारा ही पैसा होता है जो उस राज्य के लोगों तक पहुंचने से पहले ही भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जाता है।
आज देश का नागरिक हर छोटी से लेकर बड़ी चीज पर टैक्स भर रहा है। आखिर किस लिए.. ताकि उसे बुनियादी सुविधाएं आसानी से मिल पाए। लेकिन यहां तो वो भी नसीब नहीं हो रही। हम आपसे ही सवाल पूछते हैं कि क्या आपको शुद्ध पीने का पानी डायरेक्ट मिल रहा है। क्या आपको शुद्ध हवा मिल रही है। क्या आपको 24 घंटे बिजली मिल रही है। क्या आपको कम दामों में रोटी, कपड़ा और मकान, शिक्षा, इलाज मिल रहा है… नहीं ना। इतना ही नहीं जब आप इन सुविधाओं को लेकर अपनी जेब ढीली करते हैं तो आपको उस पर भी टैक्स चुकाना पड़ता है। मसलन पीने लायक पानी के लिए आपको RO लेना ही पड़ेगा। प्रदूषण फ्री हवा के लिए आपको एयर प्यूरीफाइर लगाना ही पड़ेगा। बिजली के लिए आपको इनवर्टर लेना ही पड़ेगा और इन चीजों को खरीदने पर आपको GST यानि की GOODS AND SERVICE TAX देना ही पड़ेगा। क्योंकि सरकार इन चीजों को भी लग्जरी प्रोडेक्ट में काउंट करती है।
SBI की बड़ी सौगात! PM Surya Ghar Muft Bijli Yojana पर मिल रहा है लोन
इसमें कोई दोराय नहीं है कि देश में अगर टैक्स को खत्म कर दिया गया तो उसका सीधा असर इकॉनोमी से लेकर सरकारी खजाने पर भी पड़ेगा। सरकार की कमाई कब बढ़ेगी। जब खर्च बढ़ेगा। लेकिन खर्च कभी फिक्स नहीं हो सकता। क्योंकि महंगाई के दौर में मीडिल क्लास कुछ भी खर्चा करने से पहले दस बार सोचता है। जिसका सबसे बड़ा असर छोटे से लेकर बड़े व्यापारियों पर भी पड़ता है। क्योंकि आप खरीदेंगे नहीं तो उसका कारोबार कैसे चलेगा। लेकिन इनकम टैक्स चुकाने वालों पर ये मार दोहरी साबित हो रही है। वो GST चुकाने के साथ साथ अपनी आय का एक हिस्सा सरकार को बतौर इनकम टैक्स भी चुका रहा है। बावजूद इसके उसे सर्विस के नाम पर शून्य मिल रहा है और जो मिल रहा है उसके लिए अलग से GST देना पड़ रहा है। ऐसे में कुछ लोग टैक्स चोरी करने पर मजबूर हो जाते हैं। जिसका खामियाजा भी आपको हमें ही चुकाना पड़ता है। क्या आपको भी लगता है कि इनकम टैक्स को खत्म कर देना चाहिए। या फिर टैक्स चोरी करने वालों से दोगुना टैक्स वसूलना चाहिए। हमें कमेंट सेक्शन में जरूर बताएं।
(देश-दुनिया की ताजा खबरें सबसे पहले Localpatrakar.com पर पढ़ें, हमें Facebook, Instagram, Twitter पर Follow करें और YouTube पर सब्सक्राइब करें।)