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Monsoon News: डरा रहा है सैलाब, मैदान से लेकर पहाड़ी इलाकों तक आसमानी ‘आफत’
मॉनसून को दस्तक दिए महीनाभर हो गया है। लेकिन आसमान से बरसी आफत देश के कई राज्यों में हाहाकारी रूप ले चुकी है। राजस्थान से लेकर उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड तक…असम से लेकर बिहार तक बारिश बर्बादी का रूप ले चुकी है। राहत और बचाव के लिए कोशिशें लगातार जारी है। आसमानी आफत कई जिंदगियों को अपने में समा चुकी है। पहाड़ी इलाकों में बादलों ने संकट बढ़ा दिया है। कई जगहों पर तो रेड अलर्ट भी जारी किया गया है। लोगों से अपील की जा रही है कि वो अपने घरों में ही रहें।
टोंक में बाढ़ जैसे हालात !
राजस्थान के टोंक जिले में चंद रोज पहले हुई बारिश से कई गांवों में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए थे। टोंक के करीब 100 से ज्यादा गांव आसमानी आफत की चपेट में आ गए थे। SDRF की टीमों ने कई जगहों पर रेस्क्यू ऑपरेशन भी चलाया। आलम ये था कि चाहे नदी हो या नाले, सब ऊफान पर थे। सड़कें दरिया में तब्दील हो चुकी थी। हालांकि अब बारिश का दौर थम चुका है। तो हालात भी काबू में आए। लेकिन मौसम विभाग के मुताबिक अगले कुछ दिनों में फिर से ये मंजर देखने को मिल सकता है।
उत्तराखंड में मचाई तबाही !
उत्तर भारत के कई राज्य कुदरत की मार को सहन करने को मजबूर हैं। पहाड़ी राज्य उत्तराखंड में बारिश से स्थिति गंभीर बनी हुई है। प्रदेश में हुई बारिश की वजह से नदियां उफान पर हैं। जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है। भारी बारिश को देखते हुए लोगों को नदी, नाले और गड्ढों से दूर रहने के लिए कहा गया है। रामनगर से अल्मोड़ा को जोड़ने वाले पुल देखते ही देखते भरभरा कर गिर गया। डीएम अल्मोड़ा विनीत तोमर ने अल्मोड़ा की जनता से सावधान रहने की अपील की है।
अल्मोड़ा, हल्द्वानी, पिथौरागढ़ में कहर
उत्तराखंड़ के अल्मोड़ा, हल्द्वानी और पिथौरागढ़ में हालात बद से बदत्तर होते जा रहे हैं। लगातार हो रही बारिश से जिले के तमाम सड़कें आवाजाही के लिए बंद हो गई हैं। उत्तराखंड में भारी बारिश को देखते हुए गढ़वाल कमिश्नर ने चार धाम यात्रियों को अपनी यात्रा स्थगित करने की अपील की है। कमिश्नर ने अपील की है कि चार धाम यात्रा के लिए ऋषिकेश के आगे ना बढ़ें। क्योंकि हालही में लैंडस्लाइड के बीच से पुलिस और NDRF की टीम कई यात्रियों को बाहर निकाला। ये यात्री आदि कैलाश यात्रा मार्ग पर फंसे हुए थे। हालांकि वक्त रहते पुलिस ने इन्हें सुरक्षित बाहर निकालकर बेस कैंप तक पहुंचाया। उत्तराखंड में 2 दिन का रेड अलर्ट जारी है। 9 जिलों में भारी से भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। लोगों से भी भारी बारिश के चलते सावधानी बरतने और सुरक्षित स्थानों पर रहने की अपील की गई है।
असम में भी आसमानी ‘कहर’
उत्तराखंड ही नहीं बल्कि असम में तो हालात बेकाबू होते जा रहे हैं। असम में तबाही से अबतक 50 से ज्यादा लोगों की जाने जा चुकी है। उफान नदियों की वजह से कई इलाके जलमग्न हो चुके हैं। पानी का बहाव बढ़ने से कई बांधों में पानी का स्तर भी बढ़ गया है। लगातार मूसलाधार बारिश की वजह से असम में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है। यहां बाढ़ की वजह से 30 जिलों के करीब 20 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं। हालांकि राहत और बचाव कार्य युद्ध स्तर पर चलाए जा रहे हैं।
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