सेकरेटेरियट के बाहर ऑफिसर्स का नोटिस.. ‘यहाँ सम्पर्क ना करें..!
राजस्थान सेकरेटेरियट में ऑफिसर्स ने अपने दफ़्तरों के दरवाजे पर एक नोटिस लगा रखा है.. लिखा है ‘यहाँ सम्पर्क ना करें’.. आखिर क्यों? आइये आपको विस्तार से बताते हैं कि माजरा क्या है? दरअसल, राजस्थान में जब से भजनलाल सरकार आयी है, तभी से ट्रांसफर्स को लेकर बड़ा कंफ्यूजन चल रहा है। बीजेपी की सरकार बनने के बाद कर्मचारियों को लगा था कि ट्रांसफर्स पर लगा बैन हट जायेगा और वे इस उम्मीद में थे कि बीते 9 महीनों बाद IAS/IPS/RAS की ट्रांसफर सूची आने के बाद उनका भी तबादला होगा। अब तबादलों की आस में कर्मचारी सचिवालय में चक्कर लगा रहे हैं, जिससे अफसर परेशान हो रहे हैं और कई अफसरों ने अपने चैंबर के बाहर नोटिस चस्पा कर दिए, जिनमें लिखा है…स्थानान्तरण के लिए यहां संपर्क न करें।
विधायकों और मंत्रियों पर भी दबाव
प्रदेश में बहुत से कर्मचारी ऐसे है, जो ट्रांसफर से बैन हटने की बाट जोह रहे हैं। भजनलाल सरकार को भी गठित हुए 9 महीने से ज्यादा हो चुके हैं, लेकिन कर्मचारियों के तबादलों पर रोक लगी हुई है। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा था कि IAS/IPS/RAS की ट्रांसफर सूची आने के बाद कर्मचारियों के ट्रांसफरों पर लगा बैन भी हट जाएगा, लेकिन इस महीने IAS/IPS/RAS तीनों की ट्रांसफर सूचियां जारी हो चुकी हैं, इसके बाद भी कर्मचारियों के तबादले खोले जाने को लेकर अब तक सरकार की तरफ से कोई संकेत नहीं मिले। गौर करने वाली बात ये भी है कि सरकार के तमाम विधायक और मंत्री भी अपने स्तर पर तबादलों की सूचियां तैयार करके बैठे हैं। इस वजह से उन पर भी ट्रांसफर पर से बैन हटने भारी दबाव है।
दूसरी तरफ ट्रांसफर की आस में कर्मचारी सचिवालय का रुख कर रहे हैं और यहाँ भी उन्हें निराशा ही हाथ लग रही है। वजह है अफसरों के चैम्बर के बाहर लगा नोटिस.. जिस पर लिखा है… स्थानांतरण के लिए यहाँ सम्पर्क ना करें। इससे कर्मचारियों में नाराजगी बढ़ रही है।
कहीं आप पैरासीटामोल (Paracetamol) तो नहीं खाते?
जल्द खोलें कर्मचारियों के तबादले
राजस्थान राज्य मंत्रालयिक कर्मचारी महासंघ के प्रदेश महामंत्री राजेंद्र शर्मा ने कहा कि सरकार को कर्मचारियों के तबादले जल्द खोलने चाहिए। कर्मचारी लंबे समय से अपने ट्रांसफर के बैन खुलने का इंतजार कर रहे हैं। परेशान हैं, इसलिए फिर सचिवालय के चक्कर लगा रहे हैं।
वर्क स्ट्रेस ने ले ली युवा लड़की की जान, माँ के इमोशनल लेटर से सामने आ रही कॉर्पोरेट वर्ल्ड की सच्चाई
(देश-दुनिया की ताजा खबरें सबसे पहले Localpatrakar.com पर पढ़ें, हमें Facebook, Instagram, Twitter पर Follow करें और YouTube पर सब्सक्राइब करें।)