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Rajasthan : राजस्थान के जोधपुर पाली हाइवे पर सड़क के पास एक छोटा सा मंदिर बना हुआ है।
हाॅलीवुड मूवी घोस्ट राइडर तो आपने देखी ही होगी, जिसमें हीरों अपनी बाइक पर रात को निकलता है और लोगों की रक्षा करता है, गोस्ट राइडर की वो कहानी तो कल्पनीक थी। लेकिन आपको हमारे देश में एक असली गोस्ट राइडर है….जी हां वो अपनी बुलेट पर सवार होकर निकलता है और लोगों की जान बचता है… यही वजह है कि उस बुलेट राजा को लोग पूजते भी हैं….
इतना सब कुछ जानकर आपको हैरानी तो जरूर हुई होगी….. दरअसल, राजस्थान के जोधपुर पाली हाइवे पर सड़क के पास एक छोटा सा मंदिर बना हुआ है। यह मंदिर उसी गोस्ट राइडर का है , जिसमें सिर्फ इस गोस्ट राइडर की ही नहीं उसकी बुलेट की भी पूजा की जाती है …. लोग इन्हें लोकदेवता ओम बन्ना के नाम से जानते हंै और पूजते हैं।
ओम बन्ना कैसे लोकदेवता बने …
क्यों लोग इन्हें पूजने लगे इसके पीछे एक बड़ी कहानी है।
बात 1988 की है जब जोधपुर पाली हाइवे की इसी सड़क पर बुलेट चलाते हुए ओम बन्ना आ रहे थे …..अचानक उनकी बुलेट एक पेड़ के टकरा गई और उनकी मौत हो गई थी…. चोटिला गांव के रहने वाले ओम बन्ना की कुछ ही दिन पहले शादी हुई थी… ओम बन्ना की मौत के बाद उनकी बुलेट को पुलिस घटनास्थल से अपने साथ ले आई…. लेकिन जब अगले दिन पुलिस ने देखा तो ओम बन्ना की बुलेट पुलिस थाने में दिखाई नहीं दी….. पुलिसकर्मियों के होश उड़ गए। बुलेट को पूरे शहर में ढूंढा गया…. लेकिन बुलेट को कोई पता नहीं था… ऐसे में पुलिस फिर से घटनास्थल पहुंची तो सबको बहुत हैरानी हुई… पुलिसकर्मियों ने देखा कि बुलेट उसी पेड़ के पास स्टेण्ड पर खड़ी है….पुलिस फिर उस बुलेट को अपने साथ लेकर आई और अगले दिन फिर बुलेट खुद चलकर वहीं घटनास्थल पर आ गई।
कई दिनों तक चला सिलसिल
ये सिलसिला कई बार हुआ…. पुलिस इस पहेली को सुलझा ही नहीं पा रही थी कि कैसे बुलेट खुद चलकर घटना स्थल पर पहुंच जाती है …इसी बीच कई लोगों ने यह भी महसूस किया कि उस हाइवे पर अगर उनका एक्सीडेट होने वाला ही था तभी किसी ने उन्हें बचा लिया हो…. यहां तक कि कई लोगों की बुलेट पर आकर एक युवक ने मदद भी की और उन्हें मरने से बचाया….. ऐसे कई हैरत में डाले देने वाले किस्से यहां आ दिन लोगों की जुबान से सुनने को मिलने लगे … पुलिस का भी मानना है कि जब से ओम बन्ना की दुर्घटना में मौत हुई है उसके बाद से यहां हादसे बहुत कम हुए है, जिसमें भी किसी की मौत की ख़बर कभी नहीं आई। ऐसे में लोगों ने दुर्घटना वाले स्थान पर ओम सिंह राठौड़ को लोक देवता मानकर पूजा करने लगे .. और लोगों की मन्नतें भी पूरी होने लगी… ऐसे में पुलिस ने भी ओम बन्ना की बुलेट बाइक वहीं उनके मंदिर में खड़ी कर दी…. जब से ओम बन्ना के साथ उनकी बुलेट की भी पूजा की जाने लगी।