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Paper Leak Case: अब SOG के कार्य प्रणाली पर ही उठे सवाल ! डॉ किरोड़ीलाल मीणा ने आरोपी भूपेंद्र सारण का दिखाया लेटर
मंत्री पद से इस्तीफा दे चुके विधायक डॉ. किरोड़ी लाल मीणा एक बार फिर से एसओजी ऑफिस पहुंचे। उन्होंने एसओजी को आरएएस, एसआई और रीट परीक्षा के पेपर लीक मामले के सबूत दिये। डॉ. किरोड़ी मीणा ने एसओजी के एडीजी वीके सिंह से मुलाकात की और तीनों भर्ती में हुए पेपर लीक के सबूत सौंपे। लेकिन एक लेटर ने SOG की कार्य प्रणाली पर ही सवाल खड़े कर दिये हैं।
वहीं डॉक्टर किरोड़ीलाल मीणा ने एक लेटर का जिक्र करते हुए बताया कि डाक के माध्यम से लेटर उनके घर तक पहुंचा है और यह पत्र पेपर लीक के आरोपी भूपेंद्र सारण का है, जो जेल में है। उसने पत्र के माध्यम से बताया कि इस में लिप्त अधिकारी अब उनसे पैसों की डिमांड कर रहे हैं। एसओजी के लोगों ने बतौर रिश्वत 64 लाख रुपए लिए हैं।
फिर नहीं लिए बड़े नेताओं के नाम –
डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि इस सबूत से एसओजी को पूर्व सरकार के बड़े मगरमच्छ यानी पूर्व कांग्रेस सरकार के बड़े नेता, विधायक, पूर्व मंत्री को पकड़ने में काफी मदद मिलेगी। डॉ. किरोड़ी लाल ने कहा कि SOG के SI मोहन पोसवाल ने पेपर पास करने और पेपर लीक मामले में फंसने वालों जैसे उदयराम और सुरेश ढाका (सीनियर टीचर भर्ती पेपर लीक का मास्टरमाइंड) को छिपा रखा है। उदयराम और सुरेश के पास कई जानकारी है। जिनकी गिरफ्तारी जल्द से जल्द करनी चाहिए।
संजय क्षोत्रिय को लेकर दिये सबूत –
डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने एडीजी के साथ करीब एक घंटे से ज्यादा मीटिंग की। मीडिया से बात करते हुए डॉ. किरोड़ी ने कहा कि आरपीएससी चेयरमैन संजय क्षोत्रिय ने भी कई कबाड़े किए हैं, उसके भी सबूत सहित जानकारी एडीजी को दी गई है। उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार ने जमकर नकल माफिया को पनपाया।
एक लेटर ने खोली SOG की पोल –
SOG के एडीजी वीके सिंह से मुलाकात करने के बाद मीडिया से बात करते हुए डॉक्टर किरोड़ीलाल मीणा ने एक लेटर दिखाते हुए बताया कि यह लेटर 10 दिसंबर 2022 को डाक से मिला था। यह पेपर लीक के आरोपी भूपेंद्र सारण का है, जो जेल में है। उसका पत्र मुझे पहले मिल गया था। इस लेटर में उसने यह बताया कि मुझ से एसओजी के लोगों ने बतौर रिश्वत 64 लाख रुपए लिए हैं।
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अब सत्याग्रह पर बैठने की तैयारी –
किरोड़ी ने बताया कि जो पत्र एसओजी के एडीजी को दिया गया है, उसमें तत्कालीन और वर्तमान अधिकारियों के नाम व जानकारी है। इन लोगों ने जिम्मेदार सीट पर बैठ कर कई बेगुनाहों को फंसाया और आरोपियों को छोड़ दिया। उन्होंने चेताया- यदि 15 दिन में इन अधिकारियों के खिलाफ एसओजी ने एक्शन नहीं लिया तो वह एसओजी के सामने बैठ कर सत्याग्रह करेंगे।
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