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Whatsapp पर आए शादी कार्ड से हो सकता है फ्रॉड, जरा सी लापरवाही खाली कर सकती है आपका अकाउंट
आजकल साइबर ठगों के नए तरीकों से हर कोई परेशान है। साइबर एक्सपर्ट का कहना है कि ये ठग अब शादी के डिजिटल कार्ड के जरिए लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं। वे इन कार्ड्स के साथ मालवेयर वायरस भेजते हैं, जो जैसे ही डाउनलोड किया जाता है, वायरस एक्टिव हो जाता है और आपका मोबाइल हैक कर लिया जाता है। इस तरह से ठग आपके मोबाइल का सारा गोपनीय डाटा चुरा सकते हैं और फिर आधार कार्ड की जानकारी का उपयोग करके आपका बैंक खाता खाली कर सकते हैं।
एक और शादी का कार्ड आया, यह सुनते ही व्यक्ति ने उसे खोला। पत्नी ने पूछा, “किसका है?” युवक ने जवाब दिया, “पता नहीं, नंबर नया है।” फिर युवक ने कार्ड डाउनलोड कर लिया, लेकिन उसे पढ़ने का समय नहीं मिला। अचानक कई एसएमएस उसके फोन पर आने लगे। जब उसने देखा तो उसके होश उड़ गए। उसके खाते से एक के बाद एक चार बार में सात लाख से ज्यादा रुपये निकाले जा चुके थे। खाते में अब केवल 17 रुपये बाकी थे।
यह घटना मेरठ की नहीं, बल्कि दिल्ली के करोलबाग में रहने वाले दीपक सचदेवा की है। यह मामला अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है और दिल्ली पुलिस के साथ-साथ जागरूक संगठन भी इसे लोगों तक पहुंचा रहे हैं। उनका उद्देश्य लोगों को इस नए ठगी के तरीके से परिचित कराना है ताकि वे इसके शिकार न बनें।
क्या कह रहे हैं पुलिस अधिकारी?
दिल्ली पुलिस के अधिकारी एसएसपी विपिन ताडा ने कहा कि यह एक नया तरीका है, जो बेहद खतरनाक है। उन्होंने बताया कि शादी का सीजन है, और इस दौरान बहुत से लोग डिजिटल कार्ड भेज रहे हैं। अब लोग इस पर क्लिक करके जानने की कोशिश करते हैं कि किसने भेजा है, और साइबर ठगों का यही तरीका है, जिसमें लोग फंस कर अपनी मेहनत की कमाई गंवा रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि इस मामले की जानकारी मिलने के बाद साइबर क्राइम थाने को अलर्ट कर दिया गया है और इंटरनेट मीडिया पर जागरूकता अभियान भी चलाया जाएगा।
डिजिटल कार्ड डाउनलोड करने से क्या खतरा है?
साइबर एक्सपर्ट्स के मुताबिक, जब साइबर ठग शादी के डिजिटल कार्ड के साथ मालवेयर वायरस भेजते हैं, तो जैसे ही आप कार्ड डाउनलोड करते हैं, वायरस एक्टिव हो जाता है। इस वायरस के जरिए साइबर ठग आपके मोबाइल का पूरा कंट्रोल हासिल कर लेते हैं। इसके बाद वे आपका सारा गोपनीय डाटा चुरा लेते हैं और आधार कार्ड के जरिए आपका बैंक खाता ऑपरेट कर के सारी रकम निकाल लेते हैं। जब तक आप कार्ड खोल भी नहीं पाते, तब तक ठग आपके खाते को खाली कर चुके होते हैं।
कैसे बचें डिजिटल कार्ड फ्रॉड से?
- व्हाट्सएप पर आए किसी भी अज्ञात नंबर से आए कार्ड को तुरंत न खोलें।
- किसी परिचित का नंबर हो तो भी उसे डाउनलोड करने से पहले जांच लें कि वह सही है या नहीं।
- अगर अज्ञात नंबर से कार्ड आया हो तो उसे किसी हालत में डाउनलोड न करें।
- अगर आपको किसी परिचित का नंबर मिलता-जुलता कार्ड भेजने वाला हो तो पहले उनसे बात करके जानकारी ले लें।
- जल्दबाजी में कोई कदम न उठाएं, क्योंकि इससे आपका बैंक खाता खाली हो सकता है और आपका फोन भी हैक हो सकता है।
क्या करें अगर आपको संदेह हो?
अगर आपको संदेह हो कि किसी ने आपका मोबाइल हैक कर लिया है, तो सबसे पहले अपने बैंक से संपर्क करें और अपने खाते को लॉक करवा लें। इसके बाद साइबर क्राइम थाने में रिपोर्ट दर्ज कराएं।
साइबर फ्रॉड से कैसे बचें?
- केवल उन डिजिटल कार्ड को डाउनलोड करें, जो आपके परिचितों से आए हों।
- अज्ञात नंबर से आए कार्ड पर कभी क्लिक न करें।
- हमेशा सतर्क रहें और किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक करने से बचें।
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