Table of Contents
ये मंदिर आपके शरीर को खुद खींच लेगा अपनी ओर, इस शक्ति के सामने NASA भी फेल!
विज्ञान के अविष्कार मानव जीवन का आधार बनता जा रहा है। लेकिन कुछ ऐसी शक्तियां होती हैं जिनके आगे विज्ञान भी नतमस्तक हो जाता है। ऐसी ही एक मंदिर उत्तराखंड के अल्मोड़ा कुछ दूरी पर है। जिसे कसार देवी के मंदिर (Kasar Devi Temple) के नाम से जाना जाता है। ये मंदिर अपने एक अनोखे चुंबकीय चमत्कार से भी लोकप्रिय है, जिसके बारे में जानने के लिए अक्सर यहां वैज्ञानिक भी आते रहते हैं। माना जाता है कि इस चमत्कार के बारे में आजतक कोई भी पता नहीं लगा पाया है।
रहस्यमयी मन्दिर के आगे नासा भी फेल
इस मंदिर का रहस्य है कि यहां की शक्तियां शरीर को अपनी तरफ खींच लेती है। ऐसा कहा जाता है कि ये दुनिया की उन चुनिंदा जगहों में से एक है जहां मैग्नेटिक एनर्जी पाई जाती है।
दुनिया के सबसे बड़े रिसर्च सेंटर नासा के वैज्ञानिक इस मंदिर के मैग्नेटिक एनर्जी से चार्ज होने के कारणों और प्रभावों पर शोध कर रहे हैं, लेकिन अब तक उनके हाथ खाली हैं। NASA को भी अब तक इस बात का जवाब नहीं मिला है। इस मंदिर की शक्ति को लेकर नासा भी भौचक्का है? नासा के वैज्ञानिक तमाम शोध करने के बाद भी इस मंदिर के चमत्कारी रहस्य का पता नहीं लगा पाए हैं।
ये भी पढ़े:- Dharma Aastha: राजस्थान का सबसे पुराना मंदिर! जहां रात को सब बन जाता है पत्थर
यहाँ माता खुद हुई थी अवतरित
मंदिर के बारे में माना जाता है कि यहां देवी मां साक्षात अवतार में आई थीं। कहते हैं कि भारत की ये एक एकलौती ऐसी जगह है, जहां चुंबकीय शक्तियां मौजूद हैं। मंदिर के आसपास कई जगह हैं, जहां धरती के अंदर बड़े-बड़े भू-चुंबकीय पिंड हैं। कसार देवी मंदिर (Kasar Devi Temple) के आसपास का क्षेत्र वैन एलेन बेल्ट है। यहां धरती के अंदर भू-चुंबकीय पिंड है। इस मंदिर से कई शक्तियां जुड़ी हुई हैं, जिसका पता लगाने के लिए यहां नासा के वैज्ञानिक भी आए हैं, लेकिन आखिर में वो खाली हाथ ही लौटे हैं। इस क्षेत्र के आसपास के लोगों को मानसिक शांति का अनुभव होता है ।
स्वामी विवेकानंद भी आये थे यहाँ
कसार देवी मंदिर (Kasar Devi Temple) स्वामी विवेकानंद भी आए थे। यहां उन्होंने ध्यान किया था। तब से ये जगह और मंदिर हर तरह के यात्रियों के बीच फेमस हो चुकी है। स्वामी विवेकानंद को ये जगह इतनी पसंद आई थी कि उन्होंने अपने लेखन में इसका जिक्र भी किया था। कसार देवी इतनी लोकप्रिय हुई कि यहां बॉब डायलन, जॉर्ज हैरिसन, कैट स्टीवंस, एलन गिन्सबर्ग और टिमोथी लेरी जैसे कुछ प्रसिद्ध व्यक्ति भी आए । 70 के दशक में इस जगह हिप्पी हिल के नाम से भी जाना जाता था।
ये भी पढ़े:- Dharm Astha: यहाँ होती है देवताओं की बैठक, हनुमान जी की पहरेदारी करते हैं नागराज…
देवी लक्ष्मी और सरस्वती माता के साथ होती है पूजा
कसार देवी भारत के 108 शक्तिपीठों में से एक है । देवी काली की पूजा उनकी बहनों देवी लक्ष्मी और सरस्वती के साथ की जाती है। गांव का नाम एक प्राचीन मंदिर, कसार देवी मंदिर के नाम पर रखा गया है। जो देवी कसार देवी को समर्पित है। ऐसा कहा जाता है कि यह उत्तराखंड के सबसे पवित्र स्थलों में से एक है और इसमें किसी अन्य की तरह आध्यात्मिक ऊर्जा नहीं है। मंदिर के चारों ओर की शांति, सकारात्मक आभा और शांति अवर्णनीय है।
अल्मोड़ा में मौजूद कसार देवी मंदिर एक बड़ा ही ऐतिहासिक महत्व रखता है, ये मंदिर फेमस तीर्थ स्थलों में प्रसिद्ध है। इस मंदिर में हर साल कार्तिक पूर्णिमा के दौरान कसार मेला लगाया जाता है, जहां हजारों-लाखों लोग शरीख होते हैं।
ये भी पढ़े:- Dharma Aastha: यहाँ तंत्र साधना की भस्म से बनी गणेश मूर्ति, उल्टा स्वास्तिक बनाने से बनते हैं बिगाड़े काम
ये भी पढ़े:- Aastha News: राक्षस नहीं यहाँ भगवान हैं रावण, रोज़ होती है आरती
ये भी पढ़े:- Dharma Aastha: यहाँ है एक कुत्ते का मंदिर, लोगों करते है इसकी पूजा!
हमें उम्मीद है कि आपको इस आर्टिकल से अच्छी जानकारी मिली होगी, इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर करें ताकि उन्हें भी अच्छी जानकारी मिल सके।