Table of Contents
Dharma Aastha: माता रानी का विशेष मंदिर : यहां पान बता देता है आपकी इच्छा पूरी होगी या नहीं!
अपने मां कामाख्या के मंदिर बारे में तो सुना ही होगा। लेकिन आज हम असम वाले कामाख्या मंदिर के बारे में बात नही करेंगे। असम के बाद बिहार के पूर्णिया में ही मां कामाख्या का मंदिर है। यह मंदिर करीब 800 साल पुराना है। यहां माता भक्तों की मनोकामना पूर्ण करती है। मंगलवार को विशेष पूजा होती है। इसमें पता चल जाता है कि भक्त की मनोकामना पूर्ण होगी या नहीं। यहां पर पूजा करने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं। यह मंदिर बिहार के पूर्णिया जिला के मजरा पंचायत में स्थित है।
ये भी पढ़े:- Dharma Aastha: यहां हुआ था भगवान शिव माता पार्वती का विवाह, आज भी साक्षी अग्निकुण्ड है मौजूद
मंदिर के स्थापना की कहानी
बताया जाता है कि जब माता के भक्तभागीरथ झा, जो तांत्रिक सिद्ध पुरुष थे. उन्होंने अपनी भक्ति से मां कामाख्या को प्रसन्न कर पूर्णिया के इस जगह पर ले आए। मां कामाख्या ने अपने भक्तों की पुकार सुनकर पूर्णिया के मजरा के इस मंदिर वाली जगह पर आकर मां स्थापित हो गई। जिसके बाद माता ने वहां शांति स्थापित करने के लिए राक्षस प्रवृत्ति वाले लोगों को मां कामाख्या ने सजा दी। जिसके बाद मां कामाख्या ने वहां के ही लोगों को स्वप्न में आकर बताया कि उनकी इस जगह पर नित्य प्रतिदिन पूजा अर्चना की जाए। जिससे लोगों का भला होगा।
यहां कुष्ट रोग से मिलती है मुक्ति
माता ने अपने भक्तों को कहा इस मंदिर में जो भी सच्चे मन से आकर पूजा-अर्चना करेंगे, उनकी हर तरह का दुख दूर होगा। साथ ही कुष्ठ रोगी को भी असाध्य रोगों से मुक्ति मिलेगी। इस मन्दिर में पूजा करने श्रद्धालु देश और विदेश भी आते हैं। इस मन्दिर में मां कामाख्या मंदिर परिसर में हर मंगलवार को विशेष रूप से मां कामाख्या की पूरा पूजा अर्चना की जाती है। इस दिन अगर कोई भी व्यक्ति सच्चे मन से आस्था और विश्वास के साथ मां के मंदिर आकर अपनी इच्छा पूरा होगी या नहीं होगी तो आसानी से जान सकते हैं। बस इसको जानने के लिए वह मंगलवार के दिन मंदिर में आकर पूजा करें। इसके बाद मन्दिर के पुजारी द्वारा उनकी इच्छाओ को जानने के लिए मनोकामना पान चढ़ाया जाता। अगर मां कामाख्या की कृपा से पूरी होने वाली होगी, तो पान नीचे गिर जायेगा.नहीं पूरा होना होगा तो पान नहीं गिरेगा। जिससे भक्त और पुजारी आसानी से जान लेते हैं कि उनकी इच्छा पूरी होगी या नहीं।
इच्छा करनी हो पूरी तो ऐसे करें उपाय
वैसे लोग जो अपनी मनोकामना को जानना चाहते हैं तो इसके लिए श्रद्धालुओं को 1 दिन पहले खाना सेंधा नमक में खाकर रहना होगा। अगले दिन मंगलवार को खाली पेट स्नान ध्यान कर मां का पूजा अर्चना करनी होगी।जिसके बाद मंदिर के पुजारी के द्वारा पान चढ़ाकर उनकी इच्छाएं पूरी होने की जानकारी मिल पाएगी।
ये भी पढ़े:- Dharma Aastha: यहाँ तंत्र साधना की भस्म से बनी गणेश मूर्ति, उल्टा स्वास्तिक बनाने से बनते हैं बिगाड़े काम
ये भी पढ़े:- Aastha News: राक्षस नहीं यहाँ भगवान हैं रावण, रोज़ होती है आरती
ये भी पढ़े:- Dharma Aastha: यहाँ है एक कुत्ते का मंदिर, लोगों करते है इसकी पूजा!
हमें उम्मीद है कि आपको इस आर्टिकल से अच्छी जानकारी मिली होगी, इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर करें ताकि उन्हें भी अच्छी जानकारी मिल सके।