Jaipur News: राजधानी में चाकूबाजी, RSS कार्यकर्ताओं पर जानलेवा हमला
- स्वयंसेवकों पर चाकू से ताबड़तोड़ वार
- 10 कार्यकर्ता घायल, 6 अस्पताल में भर्ती
- गुलाबीनगरी की आबोहवा ख़राब करने की कोशिश
- पुलिस ने नसीब और भीष्म चौधरी को किया अरेस्ट
- हर एंगल से जांच में जुटी पुलिस
ब्यूरो रिपोर्ट, लोकल पत्रकार। राजधानी जयपुर का माहौल बिगाड़ने की एकबार फिर कोशिश की गई। असामाजिक तत्वों ने देर रात अंधाधुंध चाकूबाजी की। जिसमें 10 लोग घायल हो गए। दरअसल करणी विहार में RSS कार्यकर्ता शरद पूर्णिमा उत्सव के तहत शिव मंदिर में लोगों को खीर बांट रहे थे। तभी मंदिर के पास वाले प्लॉट पर रहने वाले शख्स नसीब चौधरी और उसके बेटों ने आकर पहले प्रसाद के पतीले को लात मारी। उसके बाद स्वयंसेवकों पर ताबड़तोड़ चाकू से हमला किया। जानलेवा हमले में 10 लोग घायल हो गए। जिनमें से 6 लोगों को ट्रॉमा सेंटर में भर्ती करवाया गया। घायल स्वयंसेवकों के पेट, छाती और हाथों पर चाकू से कई वार किए गए। अचानक हुई चाकूबाजी से हड़कंप मच गया। भगदड़ जैसे हालात पैदा हो गए। कई लोगों को गिरने की वजह से चोट लगी।

मामले में पुलिस ने नसीब चौधरी, उसके बेटे भीष्म चौधरी और पत्नी निर्मला को गिरफ्तार किया है।
चाकूबाजी और जानलेवा हमले की ख़बर पूरे शहर में आग की तरह फैल गई। सिविल लाइंस विधायक गोपाल शर्मा सेमेत सैंकड़ों कार्यकर्ता मौके पर पहुंचे। चाकूबाजी की वारदात से नाराज लोगों ने दिल्ली–अजमेर एक्सप्रेस वे पर जाम लगा दिया। साथ ही तीन घंटे बाजार बंद कर सांकेतिक विरोध भी जताया। हमले की जानकारी मिलते ही कैबिनेट मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ घायलों से मिलने के लिए अस्पताल पहुंचे। राठौड़ के अलावा बीजेपी नेता अरुण चतुर्वेदी, विधायक गोपाल शर्मा, विधायक बालमुकुंदाचार्य भी अस्पताल पहुंचे। दोपहर के वक्त चिकित्सा मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर भी अस्पताल पहुंचे और घायल कार्यकर्ताओं से बात कर हाल जाना।

SMS में एडमिट घायलों से मिलने के लिए गुरुवार रात को ही मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ और सिविल लाइंस विधायक गोपाल शर्मा पहुंचे थे।
वारदात के बाद एहतियातन आसपास के इलाकों में पुलिसबल तैनात कर दिया गया। साथ ही पुलिस ने मामले दो आरोपियों को भी गिरफ्तार किया है। नसीब चौधरी और भीष्म चौधरी से पुलिस की पूछताछ जारी है। एडिशनल कमिश्नर क्राइम कुंवर राष्ट्रदीप के मुताबिक नसीब चौधरी का पुराना आपराधिक रिकॉर्ड रहा है। जमीनों पर कब्जा करने समेत कई मामलों में नसीब चौधरी का नाम आ चुका है। सिविल लाइंस विधायक गोपाल शर्मा और स्थानीय लोगों का कहना था कि नसीब चौधरी मंदिर की जमीन पर कब्जा करना चाहता है। इसलिए वो मंदिर में पूजा-पाठ नहीं करने देता। पुलिस दोनों आरोपियों से पूछताछ में जुटी है। साथ ही वो हर एंगल से मामले की छानबीन में जुटी है। आरएसएस स्वयंसेवकों पर हमले की पीछे की वजह सिर्फ जमीन पर कब्जा था या फिर कुछ और। जिसका खुलासा मामले की जांच के बाद ही सामने आ पाएगा।
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