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भारत में ऐसी कई ऐतिहासिक जगह है जो विचित्र होने के कारण काफी प्रसिद्ध हैं। आज हम आपको एक ऐसे ही अनूठे मंदिर के बारे में बताएंगे, जो ऐतिहासिक भी है और अपनी एक विशेष पहचान भी रखता है। आपने हमारे देश में भगवान श्री गणेश जी के मंदिरों के बारे में सुना और वहां के दर्शन भी किए होंगे, लेकिन क्या आपने कभी रूपए उधार देने वाले गणेश जी के बारे में सुना है। जी हां, राजस्थान की झीलों की नगरी उदयपुर में भगवान श्री गणेश जी का एक ऐसा मंदिर है जो लोगों को उनकी जरूरत के अनुसार रूपए उधार देते हैं और जिस व्यक्ति को उधार की जरूरत होती है रूपए मिलने पर वो वापस उन्हें ब्याज सहित रूपए लौटाते भी हैं। इसी वजह से यहां गणेश जी का नाम ‘बोहरा गणेश जी’ पड़ गया है।
‘बोर्गनेश’ से हुए ‘बोहरा गणेश’
बोहरा गणेश जी का यह मंदिर लगभग 350 वर्ष पुराना है। पहले इनका नाम ‘बोर्गनेश’ था,
लेकिन वक्त बदले के साथ इनका नाम भी बदल गया। अब इस मंदिर के आसपास के क्षेत्र को भी लोग बोहरा गणेश जी के नाम से ही जानते हैं। कहा जाता है कि तत्कालीन राजा ने इस मंदिर का निर्माण कराया था। जब यह मंदिर मुख्य बाजार से बाहरी क्षेत्र में हुआ करता था, लेकिन समय के साथ बाजार का दायर और बढ़ा और अब यह मुख्य बाजार के अन्दर ही आता है। यह मंदिर मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय गेट या ठोकर रेलवे स्टेशन के पास स्थित है।
अखिर क्यों पड़ा ‘बोहरा गणेश’ नाम
‘बोहरा गणेश’ इस नाम के पीछे एक दिलचस्प कहानी है। ऐसा माना जाता है कि करीब 70-80 साल पहले जिन लोगों को शादी और व्यवसाय जैसे कार्यो के लिए रूपए की जरूरत होती तो वे इस मंदिर में आते और भगवान श्री गणेश जी मूर्ति के सामने अपनी आवश्यकता अनुसार एक पर्ची में रकम लिखकर रख देते थे। जब उन्हें अपने कार्यो के लिए रूपए मिल जाते तो वापस मंदिर आकर ब्याज सहित रकम लौटा जाते थे। दरअसल,’बोहरा गणेश’ नाम रखने का असली मकसद यह भी है कि हमारे देश में एक बोहरा जाति होती है, जिसका व्यवसाय लोगों को ब्याज पर रूपए देना हुआ करता था। ऐसे में इन गणेश का नाम भी रूपए ब्याज पर देने के लिए बोहरा गणेश जी रख दिया गया।
यह भी है विशेषता
हमारे देश में भगवान गणेश के कई मंदिर हैं, लेकिन लगभग सभी मंदिरों में आपने गणेश जी की मूर्ति का बैठे हुए देख होगा। पर प्रचीन और प्रसिद्ध गणेश मंदिर में श्री गणेश जी की खड़ी मूर्ति है। जिसे अतिफलदायी और चमत्कारिक मानी जाती है। हर बुधवार को यहां हजारों भक्त आते हैं। ऐसी मान्यता है कि भगवान गणेश की पूजा के साथ शुरू किया गया हर पवित्र कार्य जैसे शादी और अन्य कार्य जैसे नया व्यवसाय, नई खरीदारी भगवान श्री गणेश जी के आशीर्वाद कर करते हैं।